Edited By Saurabh Pal, Updated: 12 Aug, 2024 08:35 PM
हरियाणा के खनन केस में प्रवर्तन निदेशाल की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग अलग शहरों से 122 करोड़ की संपत्ति अटैच की है। ईडी द्वारा अटैच की गई अचल संपत्ति में गुरुग्राम की 100 एकड़ से अधिक एग्रीकल्चर लैंड भी...
डेस्कः हरियाणा के खनन केस में प्रवर्तन निदेशाल की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग अलग शहरों से 122 करोड़ की संपत्ति अटैच की है। ईडी द्वारा अटैच की गई अचल संपत्ति में गुरुग्राम की 100 एकड़ से अधिक एग्रीकल्चर लैंड भी शामिल है। गुरुग्राम के अलवा हरियाणा के 5 अन्य जिलों में भी ईडी ने कार्रवाई की है। हरियाणा के इत्तर चंडीगढ़ और पंजाब के मोहाली में भी ईडी कार्रवाई की है। ईडी ने हरियाणा के जिन 6 जिलों में कार्रवाई की है उनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, करनाल, यमुनानगर, पंचकूला शामिल हैं।
इस केस में कांग्रेस के सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार, इनेलो नेता और पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के अलावा पीएस बिल्डटेक के मालिक इंद्रपाल सिंह, कांग्रेस नेता मनोज वधवा, कुलविंदर सिंह सहित अंगद सिंह मक्कड़, भूपिंदर सिंह और उनके सहयोगी को ED ने आरोपी बनाया है।
and other districts of Punjab and Haryana, belonging to Dilbag Singh (Ex MLA, Yamunanagar), Surender Panwar ( MLA Sonipat), Inderpal Singh, Manoj Wadhwa, Kulwinder Singh (PS Buildtech), Angad Singh Makkar, Bhupinder Singh and their associates in illegal mining case .
— ED (@dir_ed) August 12, 2024
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार और करनाल निवासी मनोज वधवा दोनों पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। सुरेंद्र पंवार और मनोज वधवा कुछ माह पूर्व ईडी की टीम ने छापेमारी की थी। 20 जुलाई को विधायक पंवार को ED ने गिरफ्तार किया था। अभी वह अंबाला की जेल में ही बंद हैं। ED के वकील के मुताबिक विधायक सुरेंद्र पंवार पर 25 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग ट्रायल का मामला है। विधायक के खिलाफ 8 मामले दर्ज हैं। एक मामला ED की टीम ने दर्ज कराया है। जनवरी 2024 में यह मामला दर्ज किया गया था।
मनोज वधवा पहले भाजपा में थे, लेकिन राजनीतिक कारणों से उन्होंने कुछ माह पूर्व कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी। बताया जा रहा था कि वधवा करनाल उप चुनाव में सीएम नायब सैनी के खिलाफ मैदान में उतर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं वधवा के कांग्रेज ज्वाइन करने के कुछ दिन बाद ही ईडी ने करनाल स्थित इनके ठिकानों पर रेड की थी।
पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के ठिकानों पर कुछ माह पहले ने ईडी ने रेड की थी। इस दौरान ईडी ने दिलाबाग सिंह के साथ उनके करीबी संजीव गुप्ता, इंद्रपाल सिंह उर्फ बबल के घर, ट्रांसपोर्टर गुरबाज सिंह के ऑफिस पर भी टीमें पहुंची थीं। इस छापेमारी के बाद ईडी ने दिलबाग सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
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