Edited By Isha, Updated: 03 Jul, 2019 12:33 PM
सड़कों, रेल लाइनों और अन्य सरकारी जमीनों पर बनाई गई मजारों को हटाने की मांग को लेकर सोमवार को बजरंग दल कार्यकत्र्ताओं ने मंगलवार को शहर में प्रदर्शन किया।
कुछ समय के लिए
जींद (ब्यूरो): सड़कों, रेल लाइनों और अन्य सरकारी जमीनों पर बनाई गई मजारों को हटाने की मांग को लेकर सोमवार को बजरंग दल कार्यकत्र्ताओं ने मंगलवार को शहर में प्रदर्शन किया। कुछ समय के लिए जींद-गोहाना मार्ग पर जाम भी लगाया लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने बजरंग दल कार्यकत्र्ताओं को हटाकर रास्ता खुलवा दिया। बाद में कार्यकत्र्ताओं ने डी.सी. को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार मनोज अहलावत को सौंपा। बजरंग दल के आह्वान पर बजरंग दल के कार्यकत्र्ता जिला संयोजक अजय और हरीश रामकली के नेतृत्व में राजकीय पी.जी. कालेज के बाहर एकत्रित हुए। उन्होंने कहा कि सड़कों, रेल लाइनों के साथ और अन्य सरकारी जमीनों पर जिलेभर में 100 से ज्यादा पीरों की मजारें बनाई गई हैं।
जो कानूनन अवैध है। लगातार सरकारी जमीनों पर बनाई जा रही पीरों की मजारों के पीछे मंशा भी साफ नहीं है। पीरो की मजारों के माध्यम से राष्ट्रद्रोही गतिविधियां भी देखने को मिल रही है। किसी भी मार्ग पर जाते समय सड़क के साथ बन रही मजारों को साफ देखा जा सकता है। अवैध निर्माणों की तरफ प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने मांग की कि सरकारी जमीनों पर बनाई गई मजारों को जल्द से जल्द हटाया जाए। बजरंग दल के जिला संयोजक अजय ने बताया कि सड़कों, रेल लाइन के साथ या अन्य सरकारी जगह पर कोई मंदिर नहीं है। पिछले कुछ समय से मजारों की सरकारी जगहों पर बाढ़ आ गई है। कोई भी मार्ग ऐसा नहीं है जहां पर पीर की मजार सरकारी जमीन पर नहीं बनाई गई हो। मजारों के माध्यम से राष्ट्र विरोधी गतिविधियां संचालित की जाती हैं। सरकार को चाहिए कि सरकारी जमीनों पर बनी मजारों को हटाया जाए।