Edited By Manisha rana, Updated: 17 Aug, 2024 08:30 AM
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही हरियाणा में अब आचार संहिता लागू हो गई है। इसी बीच अब राजनीतिक दलों की ओर से दावों का दौर शुरू हो गया है।
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही हरियाणा में अब आचार संहिता लागू हो गई है। इसी बीच अब राजनीतिक दलों की ओर से दावों का दौर शुरू हो गया है। एक ओर जहां बीजेपी के नेता तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस बार हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया है। पढ़िए चुनाव को लेकर किस नेता ने क्या दावा किया...?
कांग्रेस कोई चुनौती नहीं
चुनावी तारीख की घोषणा का इंतजार कर रही हरियाणा की जनता और राजनेताओं का इंतजार आज चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ ही खत्म हो गया। अब तक एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे राजनेता चुनावी तारीख के ऐलान के बाद प्रदेश में इस बार अपने दल की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बीजेपी के लिए कांग्रेस कोई चुनौती नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश की जागरूक जनता को बताया है कि बीजेपी सरकार ने कितने काम किए है। इसलिए अब प्रदेश की जनता और युवा ही कांग्रेस को चुनाव में सबक सिखाएंगे। नायब सैनी ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर उनकी सरकार कोई समझौता नहीं करती, फिर चाहे वह कितना ही बड़ा व्यक्ति क्यों न हो।
कांग्रेस के जख्म नहीं भूली जनता
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने दावा किया कि हरियाणा में तीसरी बार भी बीजेपी की सरकार आना तय है। उन्होंने कहा कि अपने 10 साल के कार्यकाल में कांग्रेस ने जितने भी गलत काम किए थे, वो जख्म आज भी हरियाणा की जनता भूली नही है। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के लिए अपनी पूरी तैयारी कर ली है। बीजेपी की पूरी टीम चुनाव को लेकर एक्टिव है। चुनाव के लिए मुख्यमंत्री के साथ केंद्र के नेता और नए प्रदेश अध्यक्ष सभी दौरा कर अपने-अपने स्तर पर चुनावी तैयारी में लगे हैं। प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास करती है। केंद्र की तर्ज पर इस बार हरियाणा में भी तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनेगी।
बीजेपी कार्यकर्ता पहले से ही तैयार
मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कहा कि बीजेपी का कार्यकर्ता हमेशा ही चुनाव के लिए तैयार रहता है। एक चुनाव के संपन्न होने के बाद से ही वह अगले चुनाव की तैयारी में लग जाता है। इसलिए चुनाव उनके लिए कोई बड़ी चुनौती नहीं है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता अच्छे से जान चुकी है कि कांग्रेस और बीजेपी में से किस सरकार ने उनकी भलाई के कार्य किए है। कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक जो लोग झूठ बोलकर जनता को बरगलाने का काम कर रहे थे। अब उन्हें चुनावी तारीख की घोषणा होने के बाद से पसीने आ रहे होंगे, क्योंकि 4 अक्टूबर को चुनावी परिणाम घोषित होते ही उन्हें खुद को अपनी असलियत का पता चल जाएगा। इस चुनाव में हरियाणा की जनता लोकसभा चुनाव की तरह कांग्रेस के झूठे बहकावे में नहीं आने वाली।
कांग्रेस बनाएगी सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनाव आयोग की ओर से की गई चुनावी तारीख की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि कांग्रेस पहले से ही चुनाव के लिए तैयार है। अब चूंकि बीजेपी का झूठ जनता के सामने आ चुका है। इसलिए वह हरियाणा में समय से पहले चुनाव होने की घोषणा होने से परेशान हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में प्रदेश की जनता भारतीय जनता को नकारते हुए कांग्रेस को अपना बहुमत देगी और प्रदेश में इस बार कांग्रेस की बहुमत वाली सरकार बनेगी। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की जनता भाजपा के पर्दे के पीछे का छुपा खेल समझ चुकी है। इसलिए उन्होंने इस बार प्रदेश में बदलाव का मन बनाया है। जनता अब बीजेपी के हर धोखे, भ्रष्टाचार, अन्याय और अत्याचार का वोट के माध्यम से जवाब देगी।
पूरा होगा हरियाणा का इंतजार
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही अब हरियाणा का इंतजार भी पूरा होने जा रहा है। पहली अक्टूबर को, पहले पहर में ही भाजपा की विदाई पर जनता की मुहर लग जाएगी। जनता के जनमत से विश्वासघात करके बनी भाजपा सरकार ने, शकुनी के चौसर की तरह फांस कर हरियाणा को चौतरफ़ा चौपट करने का पाप किया है। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा के डबल इंजन ने एक तरफ हरियाणा के किसानों को अपने खेत खलिहान छोड़कर बार-बार न्याय की गुहार लिए, दिल्ली के दरवाजे पर दस्तक देने को मजबूर किया...। वहीं, दूसरी तरफ लाठी-डंडे, कील-कांटे से लैस अपने सारे क्रूर तंत्र को झोंककर, हर दिन धरती पुत्रों की आवाज़ दबाने, आंदोलन का दमन करने और साजिशें रचने पूरी ताकत लगा दी। उन्होंने कहा कि जिनका डीएनए ही किसान विरोधी है, उन्होंने किसानों की शहादत के बाद भी एमएसपी पर धोखा ही दिया है। सुरजेवाला ने कहा कि नकल माफियाओं और पेपर लीक के सरगनाओं का आतंक ऐसा कि हरियाणा में एक भी भर्ती परीक्षा ठीक से होना मुश्किल रहा। भाजपा-जजपा की "पर्ची और खर्ची" वाली सरकार ने भर्ती के नाम पर युवाओं को सिर्फ धोखा दिया और जमकर उगाही की ! जो हरियाणा समृद्धि की पहचान रहा, उसे भाजपा-जजपा की सरकार ने अपराधियों का अड्डा बना दिया ! आए दिन अपराध की घटनाएं हरियाणा के हर इलाके से सुर्खियां बनती रहीं !
हरियाणा में विधानसभा चुनाव का शेड्यूल
केंद्रीय चुनाव आयोग ने आज जम्मू-कश्मीर के साथ ही हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी। आयोग की ओर से जम्मू-कश्मीर में जहां 3 चरणों में चुनाव करवाने की बात कही है। वहीं, हरियाणा में जम्मू-कश्मीर के तीसरे और अंतिम चरण में एक अक्टूबर को मतदान की घोषणा की है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की कि हरियाणा में भी जम्मू-कश्मीर के साथ ही 4 अक्टूबर को मतगणना होगी।
सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे पोलिंग स्टेशन
मुख्य चुनाव आयोग ने बताया कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीट पर कुल 2 करोड़ 1 लाख मतदाता है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1.06 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 0.95 करोड़ है। हरियाणा में 27 अगस्त को मतदाता सूची जारी होगी। मतदाता नॉमिनेशन से पहले भी वोटिंग कार्ड बनवा सकते हैं। हरियाणा में 73 सामान्य 17 आरक्षित सीट है। अर्बन एरिया में रिहायशी की सोसाइटी में भी पोलिंग स्टेशन बनेंगे। गुरुग्राम फरीदाबाद और सोनीपत में सोसाइटी में पोलिंग स्टेशन बनेंगे। सभी पोलिंग स्टेशन सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे। वोटर हेल्पलाइन की वेबसाइट जारी रहेगी।
20 हजार से अधिक पोलिंग बूथ बनेंगे
चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार भी हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन में मतदान होगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा में कुल वोटर 2 करोड़ एक लाख है। इनमें 100 साल से अधिक आयु के 10 हजार वोटर है, जबकि 96 लाख महिला मतदाता और 1 करोड़ 6 लाख पुरुष मतदा है। इस बार हरियाणा में 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें 150 मॉडल बूथ भी शामिल हैं। शहरों में 7 हजार और गांवों में 13 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
जेजेपी के साथ मिलकर बनानी पड़ी थी सरकार
2019 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में बहुमत से कुछ सीटें पीछे रह गई थी। इसी के चलते उसे जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनानी पड़ी थी। हाल ही में कुछ महीने पहले हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन भी हुआ था, जिसमें मनोहर लाल के स्थान पर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था।