Edited By vinod kumar, Updated: 31 Jan, 2020 12:20 PM
खेल प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में घूस लेने वाले जिला खेल कार्यालय के क्लर्क मनसुख को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय ने 3 साल की कैद व 30 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। स्टेट विजीलैंस ने मार्च 2016 में मनसुख को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।...
सिरसा(का.प्र.): खेल प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में घूस लेने वाले जिला खेल कार्यालय के क्लर्क मनसुख को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय ने 3 साल की कैद व 30 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। स्टेट विजीलैंस ने मार्च 2016 में मनसुख को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। तभी से मामला अदालत में चल रहा था। मामले के अनुसार गांव फरवाईखुर्द निवासी जसपाल सिंह बॉक्सर है। उसे खेल प्रमाण पत्र की दरकार थी। जिसके लिए वह खेल विभाग के क्लर्क मनसुख से मिला। मगर वह बिना जेब गर्म किए प्रमाण पत्र देने को राजी नहीं हुआ।
उसने इसकी एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। जसपाल ने स्टेट विजीलैंस को इस बाबत शिकायत कर दी। 14 मार्च 2016 को विजीलैंस सिरसा इंस्पैक्टर जगजीत सिंह ने जसपाल को 500-500 के 10 कैमिकल लगे नोट दिए। उसे यह नोट मनसुख को देने को कहा गया। जैसे ही क्लर्क मनसुख ने घूस की रकम थामी, वैसे ही उसे दबोचने के लिए घात लगाए बैठी विजीलैंस टीम लपक पड़ी।
मनसुख को काबू कर लिया गया। उसके हाथ धुलवाए गए तो पानी का रंग बदल गया। भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज करते हुए मनसुख को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में अदालत ने उसे दोषी करार देते हुए 3 साल की कैद व 30 हजार रूपए जुर्माना लगाकर दंडित किया।