Edited By Isha, Updated: 13 May, 2022 04:04 PM
किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शहर में सड़कों पर उतरे और उन्होंने किसान और किसानी बचाने के लिए शहरभर में प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओंं ने अपने हाथों
झज्जर(प्रवीण धनखड़): किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शहर में सड़कों पर उतरे और उन्होंने किसान और किसानी बचाने के लिए शहरभर में प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओंं ने अपने हाथों में किसान और किसानी का प्रतीक छाज को उठा रखा था,जिसे उन्होंने हवा मेें लहराकर प्रदेश व केन्द्र की सरकार पर आरोप लगाया कि जो सरकार किसानों की आय दोगुणा करने का दावा कर रही थी उसी सरकार ने आज किसान के इस छाज को खाली कर दिया है।
कभी समय था जब किसानी और खेती का प्रतीक यह छाज हमेशा किसान के हाथों में भरा रहता था। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता यहां शहर की यादव धर्मशाला के पास एकत्रित हुए और चिलचिलाती गरमी मेंं प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। यहां उन्होंने लघु सचिवालय परिसर में भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार ने विस में यह बयान दिया था कि जिन किसानों की गेहूं की फसल बेमौसमी बरसात से खराब हो गई है उन किसानों को 500 रूपए प्रति किवन्टल के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन सरकार किसानों को यह मुआवजा देना तो दूर की बात उनके घरों मेें छापेमारी करवा रही है कि कहीं किसान ने अपने घर में गेहूं का स्टॉक तो जमा नहीं कर रखा है।
उन्होंने सरकार पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाकर प्रदेश व केन्द्र की सरकार को पूंजिपतियों की सरकार बताया। चाहे प्रदेश की सरकार हो या फिर केन्द्र की सरकार,दोनों ही सरकाके केवल और केवल अम्बानी व अडानी की फर्म को ही लाभ पहुंचाने की दिशा में काम कर रही है। कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के माध्यम से एक ज्ञापन प्रदेश की सरकार को भेजा और सरकार से किसानों की बर्बाद हुई फसल का प्रति किवन्टल 500 रूपए मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई।