Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 15 Jul, 2025 08:35 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत प्रदेश में पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में देवरिया में दयाल फाउंडेशन की ओर से एक लाख औषधीय पौधे लगाने का संकल्प लिया गया
गुड़गांव ब्यूरो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत प्रदेश में पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में देवरिया में दयाल फाउंडेशन की ओर से एक लाख औषधीय पौधे लगाने का संकल्प लिया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत प्रदेश में पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में देवरिया में दयाल फाउंडेशन की ओर से एक लाख औषधीय पौधे लगाने का संकल्प लिया गया. फाउंडेशन की ओर से पीएम मोदी की पर्यावरणीय पहल 'एक पेड़ मां के नाम' को आगे बढ़ाते हुए पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई.
एक लाख औषधीय पौधे लगाए गए
इस अभियान की शुरुआत मइल, देवरिया से की गई. इसमें बलिया और देवरिया की 5 विधानसभाओं में 1 लाख औषधीय पौधे लगाने का संकल्प लिया गया. इस अभियान का नेतृत्व कर राजेश सिंह दयाल कर रहे हैं. राजेश सिंह दयाल को 'उत्तर प्रदेश के मेडिसिन मैन' के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सिर्फ पौधे नहीं लगाए जाएंगे, बल्कि लोगों द्वारा उन्हें ग्रहण कर उनकी देखरेख और संरक्षण की जिम्मेदारी भी ली जाएगी.
माताओं को समर्पित भावनात्मक पहल
इस दौरान राजेश सिंह दयाल ने कहा कि मैं पिछले 30 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य रहा हूं, और प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई हर जनकल्याणकारी योजना को सफल बनाना मेरा नैतिक कर्तव्य है. यह वृक्षारोपण अभियान सिर्फ पर्यावरणीय कदम नहीं है, बल्कि यह हमारी माताओं को समर्पित एक भावनात्मक पहल है. उन्होंने बताया कि नीम, आंवला और सहजन (मोरिंगा) जैसे औषधीय पौधों का चयन जनता के स्वास्थ्य और प्राकृतिक चिकित्सा को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
एक मात्र उद्देश्य समाज सेवा
दयाल ने बताया कि उन्होंने अब तक देवरिया और बलिया में 2 लाख से अधिक लोगों को निशुल्क चिकित्सा और दवाएं प्रदान की हैं. यह वृक्षारोपण उसी सेवा भावना का विस्तार है. उन्होंने कहा कि मेरा एकमात्र उद्देश्य समाज सेवा है, और इसमें किसी भी प्रकार की राजनीतिक मंशा नहीं है. मैं सिर्फ लोगों और प्रकृति के लिए कार्य कर रहा हूं. उन्होंने आने वाले महीनों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर पुनः शुरू किए जाने का आश्वासन दिया.