Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 04 Jul, 2025 08:03 PM

सरकारी योजनाओं का अटका हुआ धन तथा मुआवजा दिलाने के नाम पर कमीशन लेने वाले दो आरोपियों को गुड़गांव पुलिस ने काबू कर लिया है। आरोपियों की पहचान खैरथल राजस्थान निवासी विकास तथा हेलीमंडी निवासी महेंद्र कुमार के रूप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस...
गुड़गांव, (ब्यूरो): सरकारी योजनाओं का अटका हुआ धन तथा मुआवजा दिलाने के नाम पर कमीशन लेने वाले दो आरोपियों को गुड़गांव पुलिस ने काबू कर लिया है। आरोपियों की पहचान खैरथल राजस्थान निवासी विकास तथा हेलीमंडी निवासी महेंद्र कुमार के रूप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने तीन मोबाइल व एक ब्रेजा गाड़ी भी बरामद कर ली है।
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पुलिस की मानें तो प्रारंभिक पूछताछ के दौरान सामने आया है कि आरोपी महेन्द्र पटौदी में पैथ लैब चलाता है और आरोपी विकास आरओ की एक कंपनी का प्रचार करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जाता था। अभी ये दोनों आरोपी आरओ की कम्पनी के लिए ही काम कर रहे थे। इसके साथ ही आरोपी महेन्द्र पैथ लैब भी चलाता है। ये अपने अन्य साथियों की सहायता से सीएससी सेन्टर्स से ऐसे लोगों की लिस्ट ले लेते थे जिनके सरकार की तरफ से मंजूर किए हुए मुआवजे अथवा सहायता राशि किसी कारण से रुके हुए हैं। लिस्ट लेने के बाद ये उन लोगों से सम्पर्क करके उन लोगों से मुआवजा दिलवाने के लिए कमीशन मांगते थे। आरोपियों ने इस प्रकार की करीब 15 वारदातों को अंजाम देने का खुलासा किया है। जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि आरोपी विकास के खिलाफ रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ में चोरी करने, एटीएम मशीन से रुपए निकालने सहित अन्य अपराधों के 6 मामले दर्ज हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।
आपको बता दें कि 28 जून को एक व्यक्ति ने पुलिस चौकी जमालपुर में शिकायत के माध्यम से बतलाया कि जनवरी-2024 को इसके बड़े भाई का देहान्त हो गया था। इसके भाई के परिवार का बीपीएल कार्ड होने के कारण इसकी भाभी ने सरकार की दीनदयाल स्कीम के तहत मिलने इसके भाई के परिवार को पांच लाख का मुआवजा राशि के लिए आवेदन किया था। इसकी भाभी के आवेदन पर हरियाणा सरकार की तरफ से इसकी भाभी के परिवार को पांच लाख मंजूर किए गए थे। इसकी भाभी का अकाउंट इसकी दोनों भतीजियों (भाई के बेटियां) के बैंक खाता ज्वाइंट न होने के कारण इसकी भाभी के बैंक खाते में रुपए नहीं आ पाए। 14 जून को इसकी भाभी को एक कॉल आई और फोन करने वाले व्यक्ति ने इसकी भाभी को पांच लाख रुपए सरकार से आने के बारे में कहा तो इसकी भाभी ने उस फोन के बारे में इसको बताया।
इसने उन्ही नम्बर पर बात कि तो फोन सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि दीनदयाल स्कीम के तहत हरियाणा सरकार की तरफ से सहायता राशि के लिए जो आवेदन किया था उसकी राशि वह इन्हें 15 दिन में दिलवा देगा, जिसके लिए कुछ फीस लगेगी। फिर उस व्यक्ति ने इसको पटौदी में मिलने के लिए बुलाया और वह व्यक्ति एक कार में अपने अन्य साथियों के साथ मिला, फिर इसे अपनी कार में बैठाकर उस व्यक्ति ने मुआवजे की 5 लाख रुपयों की राशि दिलाने के बदले राशि का 30% (1 लाख 50 हजार) कमीशन मांगा तो इसने मना कर दिया। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को काबू कर लिया है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है। जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।