Edited By Isha, Updated: 15 Jul, 2025 11:45 AM

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में कर्मचारियों के करीब 50 फीसदी पद खाली है। मैनपावर की कमी का असर राज्य में बिजली वितरण व्यवस्था पर भी पड़ रहा है
चंडीगढ़: उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में कर्मचारियों के करीब 50 फीसदी पद खाली है। मैनपावर की कमी का असर राज्य में बिजली वितरण व्यवस्था पर भी पड़ रहा है। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में कुल 40,294 पद स्वीकृत हैं लेकिन इनमें से 21,575 पद ही भरे गए हैं।
दोनों निगमों में अभी 18,769 पद खाली पड़े हैं। बिजली विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार यूएचबीवीएन में 17,956 स्वीकृत पदों में से 10,564 पद ही भरे गए हैं जबकि डीएचबीवीएन में 22,338 स्वीकृत पदों में से 11,011 पर ही कर्मचारी कार्यरत हैं। दक्षिण हरियाणा में तो प्रत्येक दो में से एक पद रिक्त है। वहीं, राज्यभर में बिजली कनेक्शन और लोड की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है।
हालांकि, प्रदेश सरकार ने हारट्रोन, एचकेआरएन के माध्यम से 10,948 अस्थायी कर्मचारी तैनात किए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह समाधान अस्थिर और अल्पकालिक है। प्रशिक्षित और स्थायी कर्मचारियों की कमी के चलते उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान में देरी हो रही है और तकनीकी समस्याएं लंबे समय तक बनी रहती हैं।
हरियाणा के बिजली मंत्री अनिल विज ने कहा कि बिजली की समस्या से दूर करने को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। इस दिशा में कई अहम फैसले लागू किए गए हैं। वहीं, विभाग में मैनपॉवर की कमी का ब्यौरा मांगा गया है, उसी आधार पर कदम भी उठाए।