Edited By Isha, Updated: 15 Jul, 2025 10:20 AM

पंचकूला में मर्सिडीज कार लूटकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए डीसीपी क्राइम अमित दहिया के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच-26 की टीम ने पूरे गैंग का पर्दाफाश कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया
पंचकूला (धरणी): पंचकूला में मर्सिडीज कार लूटकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए डीसीपी क्राइम अमित दहिया के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच-26 की टीम ने पूरे गैंग का पर्दाफाश कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड दारा सिंह पुत्र श्रवण निवासी रूपनगर, पंजाब भी शामिल है। आरोपी दारा सिंह पर पहले से पंजाब व हिमाचल में हत्या की कोशिश, लूट, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 32 आपराधिक मामले दर्ज हैं। डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज के साथ आयोजित प्रेस वार्ता में इस सनसनीखेज मामले की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 1 जुलाई को आरिफ शेख नामक व्यक्ति जब अपनी मर्सिडीज कार से सेक्टर-3 पीर बाबा पहुंचा, तो तीनों आरोपियों ने एक अन्य गाड़ी से उसकी कार को रोक लिया और उसे जबरन कार में बैठाकर पिंजौर-नालागढ़ की ओर ले गए। रास्ते में उसके पास से मर्सिडीज कार, दो आईफोन, एक महंगी घड़ी, सोने की चेन और अन्य कीमती सामान लूटकर उसे बीच रास्ते में उतार दिया और फरार हो गए। इस संबंध में सेक्टर-5 थाना में भारतीय न्याय संहिता की धारा 309(4), 127(2), 140(3), 304, 61(2) और आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच-26 की टीम ने 7 जुलाई को गुप्त सूचना के आधार पर दो आरोपियों — सुखजीत सिंह उर्फ साबी (उम्र 33 वर्ष) निवासी होशियारपुर, पंजाब और सुखबीर सिंह उर्फ सुखी (उम्र 29 वर्ष) निवासी किरतपुर, जिला रूपनगर — को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर टीम ने मास्टरमाइंड दारा सिंह को भी पंजाब से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से लूटी गई मर्सिडीज कार, वारदात में प्रयुक्त एमेज कार, तीन लाख की रोज गोल्ड चेन, ढाई लाख रुपए कीमत के दो आईफोन, ढाई लाख की घड़ी, एप्पल ईयरबड्स और एक डमी पिस्टल बरामद की है। डीसीपी क्राइम ने बताया कि ये आरोपी पहले जेल में साथ रह चुके हैं और वर्तमान में जमानत पर बाहर थे। आरोपियों का मकसद लूटी गई संपत्ति को जल्द बेचने का था, लेकिन क्राइम ब्रांच की मुस्तैदी के चलते वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके। पुलिस अब इनके हरियाणा में अपराध के तार और अन्य राज्यों में हुई वारदातों में शामिल होने की संभावनाओं की भी गहनता से जांच कर रही है।
इस पूरे केस की जांच में क्राइम ब्रांच-26 इंचार्ज इंस्पेक्टर दलीप सिंह के नेतृत्व में एसआई विजय, एसआई राकेश, एएसआई विक्रांत, एएसआई राजेश, एएसआई नीरज, मुख्य सिपाही परवेश, मुख्य सिपाही सुरेश, सिपाही मोहनजीप और सिपाही साहिल ने दिन-रात मेहनत करते हुए सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य और गुप्त सूचनाओं के आधार पर सफलता प्राप्त की। डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने सभी टीम सदस्यों को इस सफल ऑपरेशन का हीरो बताते हुए उनकी सराहना की है। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है और संभावना है कि इनसे अन्य आपराधिक वारदातों का भी खुलासा हो सकता है। पुलिस अब इस गैंग से जुड़ी बाकी कड़ियों को जोड़ने और इनकी आपराधिक गतिविधियों का पूरा नेटवर्क उजागर करने में जुटी हुई है।