Edited By Shivam, Updated: 16 May, 2020 08:09 PM
लॉकडाऊन में पैदल घरों की तरफ निकलने वाले प्रवासियों के साथ हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर संवेदना व्यक्त करते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसकी जिम्मेदार उन राज्यों की सरकारें हैं, जिन राज्यों में जाने के लिए प्रवासी मजदूर सड़कों पर हैं।...
अंबाला/चंडीगढ़ (धरणी): लॉकडाऊन में पैदल घरों की तरफ निकलने वाले प्रवासियों के साथ हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर संवेदना व्यक्त करते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसकी जिम्मेदार उन राज्यों की सरकारें हैं, जिन राज्यों में जाने के लिए प्रवासी मजदूर सड़कों पर हैं। विज ने प्रवासी मजदूरों के गृह राज्यों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर ये राज्य श्रमिकों को लेने के लिए तैयार हो जाएं तो रेलवे और अधिक ट्रेनें चलाने के लिए भी तैयार हैं और इनके साथ हो रहे हादसों को भी रोका जा सकता है।
मंत्री अनिल विज ने राज्यों को दोषी ठहराते हुए उन राज्यों को होने वाली परेशानियों की बात भी मानी। उन्होंने कहा कि उन राज्यों की मजबूरी भी है कि उनके पास भी लाखों श्रमिकों को क्वारेंटाइन करने और टेस्ट करने के इंतजाम नहीं है। वहीं विज ने सभी राज्य सरकारों को एमएचए की गाइडलाइन भी याद दिलवाई और कहा कि एमएचए के मुताबिक सभी राज्यों को प्रवासी जहाँ-जहाँ से पलायन कर रहे हैं, वहीं रोकने का इंतजाम करना चाहिए।
देश मे लॉक डाउन 4 के स्वरूप पर अनिल विज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लॉक डाउन को लेकर सभी राज्यों ने अपने सुझाव पीएम मोदी को भेज दिए हैं। ऐसे में अब पीएम इस पर जो भी फैसला लेंगे वो सर्वमान्य होगा। देश मे कोरोना के आंकड़ों ने रफ्तार पकड़ी है। ऐसे में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले चिंता का विषय बन रहे हैं। हरियाणा के गृह मंत्री विज ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले निश्चित ही चिंता का विषय है। ऐसे में अगर लोग चाहते हैं कि उनका कामकाज भी खुले और कोरोना भी हारे तो लोगों को अपनी सावधानी खुद रखनी चाहिए। विज ने कहा कि अगर लोगों की सावधानी हटी तो दुर्घटना हो जाएगी। इसलिए लोगों को 6 फुट की दूरी और मास्क पहनने को अपनी जि़ंदगी का हिस्सा बनना होगा।