Edited By Isha, Updated: 23 Jul, 2024 08:11 AM
मानसून है और बरसात नहीं हो रही। कभी सक्रिय होता है तो कभी नहीं। पहाड़ से लेकर मैदान तक मानसून की बरसात को तरस रहे हैं। कुछ इलाके ऐसे हैं जहां खूब बरसात हुई है, लेकिन अधिकांश में बरसात की कमी है। मानसून सीजन में हरियाणा में 94 एमएम (42%) बरसात हुई...
हरियाणा डेस्कः मानसून है और बरसात नहीं हो रही। कभी सक्रिय होता है तो कभी नहीं। पहाड़ से लेकर मैदान तक मानसून की बरसात को तरस रहे हैं। कुछ इलाके ऐसे हैं जहां खूब बरसात हुई है, लेकिन अधिकांश में बरसात की कमी है। मानसून सीजन में हरियाणा में 94 एमएम (42%) बरसात हुई है।
हरियाणा में एक जून से 22 जुलाई तक 11 जिलों में कम, 7 में बहुत कम बरसात हुई है, जबकि तीन में सामान्य और एक में ज्यादा बरसात हुई है। एक जून से 22 जुलाई तक प्रदेश में 94.0 एमएम बरसात हुई है, जबकि सामान्य बरसात 161.3 एमएम होती है। एक से 22 जुलाई तक हरियाणा में 64.6 एमएम बरसात हुई है, सामान्य बरसात 106.6 एमएम होती है, सामान्य से 39% कम बरसात हुई है।
आज और कल हो सकती है अच्छी बरसात
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून सीजन है, लेकिन मानसून की सक्रियता नहीं है। टुकड़ों में बरसात हो रही है, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मानसूनी हवाएं कम आई हैं, इस कारण बरसात भी कम हुई है। एचएयू के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार जुलाई के आखिरी सप्ताह में मानसून की सक्रियता बढ़ सकती है। इससे उन इलाकों में बरसात की संभावना बन सकती है, जहां कम बरसात हुई है। फिलहाल अरब सागर से मानसून की हवाएं आ रही हैं, इसी से 23 और 24 जुलाई तक अच्छी बरसात हो सकती है। इसके बाद 27 से 29 जुलाई तक बरसात हो सकती है।