Edited By Saurabh Pal, Updated: 03 Sep, 2024 09:00 PM
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी बढ़ चुकी है। कांग्रेस इस बार हरियाणा फतह करने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है, इसलिए सूबे की सियासी फिजा पक्ष में होने के बावजूद राहुल गांधी...
दिल्ली(कमल कंसल): हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी बढ़ चुकी है। कांग्रेस इस बार हरियाणा फतह करने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है, इसलिए सूबे की सियासी फिजा पक्ष में होने के बावजूद राहुल गांधी ने आगे बढ़ कर आम आदमी पार्टी की तरफ गठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया है। हालांकि अभी तक आम आदमी पार्टी और कांग्रेस हरियाणा में 90 की 90 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं। इस बीच खबर आ रही है कि समाजवादी पार्टी भी अब इस गठबंधन में शामिल होने वाली है।
कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी से गठबंधन संबंधी बातचीत के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई है। इस समिति में स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन, हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया और भूपेंद्र सिंह हुड्डा सदस्य और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल समिति को सुपरवाइज करेंगे।
वहीं सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस द्वारा बनाई गई कमेटी ने गठबंधन को लेकर आप नेताओं से बातचीत हुई। कांग्रेस हरियाणा में आप को 7 सीट देने को तैयार हो गई, लेकिन आम आदमी पार्टी हरियाणा में 10 सीटें मांग रही है। AAP का कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में AAP ने हरियाणा में एक लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था, एक लोकसभा के तहत नौ सीटें आती हैं। हालांकि अभी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में सहमति नहीं बनी है। अगली बैठक आज रात या कल सुबह केसी वेणुगोपाल व राघव चड्ढा के बीच होगी।
वहीं कांग्रेस और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से औपचारिक बातचीत शुरु हो गई है। इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल व्यक्तिगत तौर पर नजर रखेंगे। गौरतलब है कि अखिलेश यादव हरियाणा में 5 सीटों पर गठबंधन में चुनाव लड़ने की मंशा जता चुके हैं। यदि कांग्रेस के साथ हरियाणा में सपा चुनाव में उतरती है तो अहिरवाल बेल्ट को साधने की कोशिश जरूर करेगी।
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी 4 सितंबर को जम्मू कश्मीर में प्रचार करेंगे और 5 को महाराष्ट्र दौरे पर रहेंगे। 6/7 सितंबर की दरमियानी रात को राहुल गांधी अमेरिका रवाना होंगे और 13/14 तारीख को वापस लौटेंगे। राहुल गांधी इंडिया गठबंधन का बड़ा दल होने के नाते राष्ट्रीय स्तर पर एकजुटता दिखाने के लिए पहल कर चुके हैं, इस बीच गठबंधन की बातचीत में जरूरत पड़ने पर अमेरिका से ऑनलाइन जुड़ेंगे।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)