Edited By Saurabh Pal, Updated: 06 Aug, 2024 08:15 PM
डॉ भीम राव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय की शिक्षिकाओं और छात्राओं ने महाविद्यालय के प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसकी शिकायत पीड़ितों द्वारा स्थानीय थाना से लेकर उच्च स्तर तक दी गई है, लेकिन कोई सुनवाई न होने से...
पलवल (दिनेश कुमार): डॉ भीम राव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय की शिक्षिकाओं और छात्राओं ने महाविद्यालय के प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसकी शिकायत पीड़ितों द्वारा स्थानीय थाना से लेकर उच्च स्तर तक दी गई है, लेकिन कोई सुनवाई न होने से पीड़िताओं में रोष है। एक महिला प्रवक्ता ने लिखित शिकायत के माध्यम से आरोप लगाए हैं की कॉलेज का प्रिंसिपल गलत नियत से उन्हें बार-बार अपने कार्यालय में बुलाता है और अपने कार्यालय का बाथरूम यूज करने का दबाव बनाता है। महिला प्रवक्ताओं का आरोप है कि प्रिंसिपल बाबूलाल इससे पहले भी एक महिला सफाई कर्मचारी के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म की कोशिश कर चुका है। इससे तंग आकर महिला कर्मी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसमें पुलिस ने केस भी दर्ज किया था। अब मामला महिला आयोग में जा पहुंचा है।
अम्बेडकर कॉलेज के प्रिंसिपल पर छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए महिला शिक्षिकाओं ने बताया की पिछले लंबे समय से महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य बाबूलाल शर्मा एक महिला प्रवक्ता से अनैतिक व्यवहार कर रहा था, जिससे पीड़ित महिला प्रवक्ता परेशान और भयभीत हैं। हालांकि महिला प्रवक्ता ने मामले की शिकायत ने विभागीय उच्च अधिकारियों और हरियाणा पुलिस को दी है, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही, बल्कि उल्टा उनसे राजीनामा का दबाव बनाया जा रहा है। महिला प्रवक्ता का कहना है की प्राचार्य बार-बार अपने कार्यालय में बुलाकर चाय का प्रस्ताव देते हैं और उन्हें इमोशनल बातों में फंसाने की कोशिश करते हैं। वे दूसरी महिला प्रवक्ताओं पर चरित्रहीनता के आरोप लगाकर मेरे साथ गलत काम करने की नियत रखते हैं। बिना किसी आधिकारिक कार्य के मुझे अपने कार्यलय में घंटों बिठाकर अभद्र व्यवहार और गंदी भाषा का प्रयोग करते हैं।
छेड़खानी से आहत महिला कर्मी ने की आत्महत्या की कोशिश
वहीं एक पूर्व महिला सफाई कर्मचारी ने बताया, "मैं लंबे समय से कॉलेज में अस्थायी सफाई कर्मी के तौर पर कार्यरत थी। जनवरी 2021 में मुझे प्रिंसिपल बाबूलाल ने अपने कार्यालय में बुलाया और कहा कि तुझे पक्की नौकरी दिला दूंगा। तू मेरे साथ शारीरिक संबंध बना ले, लेकिन मैंने मना कर दिया। फिर कुछ दिन बाद उसने मुझे दोबारा अपने कार्यालय में बुलाकर वही बात कही। मेरे विरोध करने पर वो मुझे गालियां देते हुए जबरन बाथरूम में ले गया और छेड़छाड़ करने लगा। मैं शोर मचाकर उसके चंगुल से छूट कर वहां से भाग गई। फिर कई दिन तक मैं कॉलेज नहीं आई, फिर प्रिंसिपल ने जरुरी काम बताकर फोन करके कॉलेज बुला लिया। मुझे एक कमरे की चाबी देकर उसकी सफाई करने को कहा। जब मैं उस कमरे में चली गई तो पीछे से आकर मेरे साथ जबर्दस्ती दुष्कर्म की कोशिश की। इससे आहत होकर मैंने चूहा मारने की दवाई खा ली। उसके बाद पुलिस ने प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। उसके बाद उस पर विभागीय उच्च अधिकारियों ने राजीनामा का बहुत दबाव बनाया।"
महिला आयोग ने प्रिंसिपल पर कार्रवाई को लेकर एसपी को लिखा पत्र
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने दोनों पक्षों को 1 अगस्त को बुलवाया था और आमने-सामने पूरे मामले की सुनवाई की, जिसमें महिला कर्मियों ने प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं रेणु भाटिया ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में प्रिंसिपल के पद पर बैठकर महिला कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार, उनकी निजी जानकारियां लेना और गलत नजर रखना बहुत ही शर्मनाक है। रेनू भाटिया ने इस मामले की सारी डिटेल कैमरे के सामने बताई। इसके बाद पलवल एसपी को प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ईमेल द्वारा पत्र भी भेज दिया है।
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