Edited By Isha, Updated: 22 Nov, 2024 11:41 AM
हरियाणा के हिसार में जिला नागरिक अस्पताल के आई डिपार्टमैंट में बड़ी संख्या में आंखों के ऑपरेशन होते हैं। अहम बात है कि हर साल विभाग 1 हजार से अधिक ऑपरेशन करता है, लेकिन इस बार 11 महीने 71 ही ऑपरेशन हो पाए। बी
हिसार: हरियाणा के हिसार में जिला नागरिक अस्पताल के आई डिपार्टमैंट में बड़ी संख्या में आंखों के ऑपरेशन होते हैं। अहम बात है कि हर साल विभाग 1 हजार से अधिक ऑपरेशन करता है, लेकिन इस बार 11 महीने 71 ही ऑपरेशन हो पाए। बीते चार महीने में किसी भी शख्स की आंखों का ऑपरेशन नहीं हुआ तो मामले का खुलासा हुआ।
दरअसल जिस डॉक्टर ने 44 लोगों की आंखों के ऑपरेशन करेस उनके पास तो डिग्री ही नहीं है और अब तक एग्जाम क्लीयर ना होने की वजह से उनका कोर्स पूरा नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल ऑफिसर डॉ. विजय को आई सर्जन नियुक्त किया. लेकिन उनकी डिग्री पूरी नहीं है और इस वजह से नेशनल प्रोग्राम फॉर द कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस (एनपीसीबी) के डिप्टी डायरेक्टर ने उन्हें सर्जरी से रोक दिया. जब ये आदेश दिए गए, तब तक वह 44 ऑपरेशन कर चुके थे। हिसार के नागरिक अस्पताल में नेत्र विभाग 3 सर्जंस की पोस्ट हैं. हालांकि, इस समय एक भी नहीं है। 3 सर्जन इस्तीफा देकर निजी अस्पतालों में चले गए।
हिसार की सीएमओ सपना गहलावत ने बताया कि डॉक्टर विजय के एग्जाम पूरे नहीं हुए हैं। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से आई स्पेशलिस्ट के लिए डेप्युटेशन में डॉक्टर लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही एग्जाम पास करने के बाद स्टेट से सर्जरी करने की परमिशन मिल जाएगी। गौरतलब है कि अस्पताल में अब कोई आई सर्जन नहीं होने से आंखों के ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं औऱ मरीज मोतियाबिंद, बच्चों की रेटिनोपैथी, भेंगापन समेत अन्य सर्जरी अग्रोहा मेडिकल कॉलेज या निजी अस्पतालों में करानी पड़ रही हैं।