Edited By Shivam, Updated: 24 Jan, 2020 07:30 PM
हरियाणा के रोहतक जिले की बेटी सिमरन ने कुछ ऐसी उपलब्धि हासिल की है कि जिसे जान कर हर कोई उसकी तारीफ करते नहीं थक रहा। ऐसा हो भी क्यों न, जिस बेटी को गर्भ में ही मार देने का दबाव उसके माता पिता पर परिवार की ओर से बनाया गया हो, वही बेटी जन्म लेने के...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): हरियाणा के रोहतक जिले की बेटी सिमरन ने कुछ ऐसी उपलब्धि हासिल की है कि जिसे जान कर हर कोई उसकी तारीफ करते नहीं थक रहा। ऐसा हो भी क्यों न, जिस बेटी को गर्भ में ही मार देने का दबाव उसके माता पिता पर परिवार की ओर से बनाया गया हो, वही बेटी जन्म लेने के बाद अपनी काबिलियत दिखाते हुए सफलता हासिल कर ले तो हर कोई उसका प्रशंसक हो जाएगा।
अपाहिज पिता ने भी नहीं मानी हार
माता पिता पर जिस बेटी को गर्भ में ही मारने का दबाव परिवार की ओर से था, आज उसी बेटी सिमरन ने जेईई की परीक्षा में 99. 47 प्रतिशत अंक लेकर पूरे देश में रोहतक जिले के हसनगढ़ गांव का नाम रोशन कर दिया है। सिमरन के पिता अपाहिज हैं लेकिन अपनी इस बेटी की पढ़ाई के लिए उन्होंने कोई भी कमी नहीं आने दी। अब उनकी इच्छा है कि बेटी कल्पना चावला की तरह देश में नाम कमाए। इस बेटी सिमरन का अब यह भी सपना है कि देश की सबसे बड़े आईआईटी संस्थान से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करे।
तीसरी बेटी न हो इसलिए गर्भ में ही मार देना चाहता था परिवार
पिता श्रीनिवास का कहना है कि उनकी दो बेटियां थी। जिसके बाद जब सिमरन गर्भ में थी, तो परिवार का दबाव था कि कहीं तीसरी बेटी ना हो जाए इसलिए गर्भपात करवा दिया जाए। लेकिन श्रीनिवास व उसकी पत्नी ने किसी तरीके से परिवार को मनाया और इस घिनौने काम को नहीं होने दिया। उनका कहना है कि उनकी बेटी पढ़ाई में अव्वल रही है। गांव के स्कूल में सिमरन ने दसवीं क्लास में भी मेरिट हासिल की है।
किसान की बेटी ने की है कड़ी मेहनत
रोहतक जिले के हसनगढ़ गांव में रहने वाले श्रीनिवास एक छोटे से किसान हैं। परिवार की हालत अच्छी नहीं और दूसरी ओर खुद भी अपाहिज हैं, लेकिन आज उनकी बेटी ने पूरे देश में उनका नाम रोशन किया है। जेईई 2020 के मेन का जब रिजल्ट आया तो उनका खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि उनकी बेटी ने इस परीक्षा में 99.47त्न अंक हासिल कर पूरे देश में उनका व उनके गांव का नाम रोशन कर दिया। इसके लिए परिवार हरियाणा सरकार की सुपर 100 स्कीम का भी धन्यवाद कर रहा है, क्योंकि उसी स्कीम के तहत यह सिमरन ने रेवाड़ी से जेईई परीक्षा के लिए कोचिंग ली।
मां सुनीता व ताई कृष्णा भी अपनी इस बेटी की उपलब्धि को लेकर काफी खुश हैं और उनका कहना है कि उनकी बेटी ने देश में नाम रोशन कर दिया है और वे चाहती हैं कि सभी बेटियां इसी तरह से मेहनत करें और अपने परिवार का नाम रोशन करें।