सोनीपत में हुड्डा व सैनी के ‘इन्कार’ के बाद फंसा पेंच

Edited By Shivam, Updated: 10 Apr, 2019 12:31 PM

scandal trapped in sonipat after hooda and saini denial

सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार की घोषणा के बाद अब जातिगत समीकरणों के हिसाब से प्रत्याशी तय करना कांग्रेस, जजपा व इनैलो के लिए सिरदर्दी बना हुआ है। यह लगभग तय है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा व लोसुपा प्रमुख राजकुमार सैनी के ‘इंकार’...

सोनीपत(दीक्षित): सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार की घोषणा के बाद अब जातिगत समीकरणों के हिसाब से प्रत्याशी तय करना कांग्रेस, जजपा व इनैलो के लिए सिरदर्दी बना हुआ है। यह लगभग तय है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा व लोसुपा प्रमुख राजकुमार सैनी के ‘इंकार’ के बाद सोनीपत सीट अब हॉट नहीं रहेगी। भूपेंद्र हुड्डा दो दिन पहले ही पत्रकारों से बातचीत में कह चुके हैं कि सोनीपत से चुनाव लडऩे की उनकी कोई इच्छा नहीं है। वहीं, राजकुमार सैनी ने पहले एलान किया था कि यदि भूपेंद्र हुड्डा सोनीपत से मैदान में उतरते हैं वे चुनाव लड़ेंगे लेकिन इसके 4 दिन बाद ही सैनी ने कहीं से भी चुनाव लडऩे से साफ इंकार कर दिया था। 

इसके अलावा कांग्रेस जहां हुड्डा के बाद दूसरे हैवीवेट प्रत्याशी की तलाश में है तो वहीं, जजपा यहां से स्टार खिलाड़ी गीता फौगाट को टिकट थमा सकती है।  वहीं, इनैलो जिला कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र छिक्कारा को मैदान में उतार सकती है। 1991 से अब तक के रिकार्ड के आधार पर कहा जा सकता है कि सोनीपत में मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच ही रहा है। 1991 में कांग्रेस के धर्मपाल मलिक सांसद चुने गए थे। इसके बाद 1996 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार अरविंद शर्मा ने सभी को चौंकाते हुए जीत दर्ज की थी। 

1998, 99 और फिर 2004 में लगातार 3 बार भाजपा के किशन सांगवान सांसद रहे। बाद में 2009 के चुनाव तक तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का प्रभाव काफी बढ़ चुका था और ओल्ड रोहतक (रोहतक, सोनीपत व झज्जर) को उनका गढ़ माना जाने लगा। हुड्डा जिस जितेंद्र मलिक को 2009 लोकसभा का टिकट दिलवाया वह काफी बड़े अंतर से विजयी रहे। 2014 में हालांकि फिर से भाजपा ने जीत दर्ज की और रमेश कौशिक सांसद बने। ऐसे में यह माना जा रहा है कि सोनीपत सीट पर मुकाबला कांग्रेस व भाजपा में ही रहेगा, लेकिन ज्यादा निर्भर इस बात पर भी करेगा कि इस बार जजपा सोनीपत से किस उम्मीदवार को टिकट थमाती है।

 माना जा रहा है कि जजपा प्रमुख दुष्यंत चौटाला इस बार सोनीपत में कुश्ती स्टार गीता फौगाट को मैदान में उतार सकते हैं। इसके अलावा डा. के.सी. बांगड़ व पदम दहिया भी कतार में हैं।  वहीं, दिल्ली में कांग्रेस को-आॢडनेशन कमेटी व चुनाव समिति की बैठकों के बाद हरियाणा की ज्यादातर सीटों पर प्रत्याशी तय कर दिए गए हैं।  माना जा रहा है कि रोहतक से दीपेंद्र हुड्डïा, भिवानी से श्रुति चौधरी, अम्बाला से कुमारी शैलजा, सिरसा से डा. अशोक तंवर, कुरूक्षेत्र से नवीन जिंदल के नाम आज घोषित किए जा सकते हैं। इसके अलावा हिसार, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद व करनाल से प्रत्याशियों की घोषणा में फिलहाल एक-दो दिन का समय लग सकता है।

सोनीपत में जाटों की संख्या सबसे ज्यादा 
सोनीपत लोकसभा सीट पर ताजा रिपोर्ट के अनुसार 15 लाख 27 हजार के करीब मतदाता हैं। इनमें लगभग 5 लाख 20 हजार जाट वोटर हैं। इसी तरह ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या एक लाख 90 हजार के करीब है। एक लाख 40 हजार रविदास बिरादरी के वोटर हैं और करीब 60 हजार बाल्मीकि समुदाय से मतदाता हैं। इसी तरह पंजाबियों के वोट लगभग 1 लाख 10 हजार हैं, तो करीब 80 हजार बनिया बिरादरी से वोटर हैं। सैनी समाज की के मतदाताओं की संख्या 60 हजार से ज्यादा है। 

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