Edited By Vivek Rai, Updated: 24 Jun, 2022 03:04 PM

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज कई संगठनों ने जिला मुख्यालयों पर इकट्ठा होकर अग्निपथ का विरोध किया। किसान नेताओं का कहना है कि वे किसान आंदोलन की तर्ज पर अग्निपथ के खिलाफ भी लड़ाई लड़ेंगे।
जींद(अनिल): सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं और विपक्षी पार्टियों के बाद अब किसान नेता भी सड़कों पर उतर गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज कई संगठनों ने जिला मुख्यालयों पर इकट्ठा होकर अग्निपथ का विरोध किया। किसान नेताओं का कहना है कि वे किसान आंदोलन की तर्ज पर अग्निपथ के खिलाफ भी लड़ाई लड़ेंगे। किसानों का कहना है कि उन्होंने इस लड़ाई में युवाओं को पूर्ण समर्थन दिया है।
किसानों ने कहा, अग्निपथ के खिलाफ नस्ल बचाने की लड़ेंगे लड़ाई
जींद में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन में फसल को बचाने की लड़ाई थी और अब अग्निपथ के खिलाफ नस्ल को बचाने की लड़ाई लड़ेंगे। किसानों ने साफ कर दिया कि जब तक यह योजना निरस्त नहीं हो जाती, तब तक यह आंदोलन भी जारी रहेगा। काले कृषि कानूनों की तरह सरकार को अग्निपथ को भी वापस लेना पडेगा। इसी के साथ किसान नेताओं ने युवाओं से हिंसा का रास्ता न अपनाएं की अपील की है। इसी के साथ योजना से निराश होकर आत्महत्या करने वाले युवाओं से धैर्य रखने की सलाह दी है। किसानों का कहना है कि इस आंदोलन की अगुवाई युवा करेंगे और किसान संगठन अपना समर्थन देंगे।
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