Edited By Isha, Updated: 06 Apr, 2020 12:04 PM
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण लॉकडाउन करने से जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं इसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर भी पड़.....
गुडग़ांव (प्रवीन) : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण लॉकडाउन करने से जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं इसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर भी पड़ रहा है। कोरोना वायरस के कारण लगभग 20 दिनों पहले स्कूलों को भी बंद किया गया था। इससे जहां वार्षिक परीक्षाएं अधूरी पड़ी हैं और नए शैक्षणिक सत्र में भी दाखिले शुरू नहीं हो पा रहे हैं। वहीं नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के बच्चों की दाखिला प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है। अब उन अभिभावकों की भी चिंता बढ़ गई है कि कहीं कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन आगे तक न बढ़ाया जाए और बच्चों के दाखिले होने में दिक्कतें आये।
शैक्षणिक सत्र 2020.21 में नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिले हेतु ऑनलाइन आवेदन करने के लिए बीती 20 मार्च तक का समय निर्धारित किया गया थाए जिसको बाद में लॉकडाउन के कारण 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया था। वहीं बाद में शिक्षा विभाग ने अभी नियम 134ए के तहत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया है। अभी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। ऐसे में स्कूल कब तक खुलेंगे इसकेेे बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। अभिभावकों को चिंता है कि अगर लॉकडाउन 14 अप्रैल से आगे तक बढ़ाया गयाए तो उनके बच्चों के दाखिले निजी स्कूलों में कैसे होंगे।
लंबी दाखिला प्रक्रिया होने से होगी परेशानी
लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी नियम 134ए के तहत दाखिला प्रक्रिया शुरू होती है तो उसमें भी एक माह का समय लग सकता है। क्योंकि पहले ऑनलाइन आवेदन किये जाएंगेए उसके बाद सही आवेदनों को छांटा जाएगा और ड्रा निकाला जाएगा। तब तक निजी स्कूलों में कक्षाओं का काफी सिलेबस अन्य विद्यार्थी कर चुके होंगे। जो नियम 134ए के तहत दाखिले होंगे, उनका सिलेबस अधूरा रहेगा। वहीं निजी स्कूल भी लेट दाखिला लेने में आनाकानी करेंगें।