Edited By PTI News Agency, Updated: 16 Oct, 2020 08:55 PM
हिसार, 16 अक्टूबर (भाषा) जननायक जनता पार्टी (जजपा) के एक विधायक ने नए कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को एक सरकारी पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
हिसार, 16 अक्टूबर (भाषा) जननायक जनता पार्टी (जजपा) के एक विधायक ने नए कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को एक सरकारी पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
राज्य सरकार ने बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग को बृहस्पतिवार को हरियाणा आवास बोर्ड के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने यह पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
सिहाग और अन्य जजपा विधायक रामकरण काला अपनी पार्टी के रुख के विपरीत 20 सितंबर को केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
हरियाणा सरकार ने बृहस्पतिवार को 14 बोर्डों और निगमों के नए अध्यक्षों की तत्काल प्रभाव से नियुक्ति की। इनमें से तीन लोग जजपा के विधायक हैं।
सिहाग ने यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं कृषि कानूनों के पक्ष में नहीं हूं। मेरा मानना है कि ये किसानों, आम उपभोक्ताओं और आढ़तियों के खिलाफ हैं...जिनसे अंतत: मंडियां बंद हो जाएंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक इन कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं दी जाती और आम उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा नहीं की जाती, तब तक मैं सरकार से लाभ का कोई पद प्राप्त नहीं करूंगा। इसलिए मैं यह जिम्मेदारी स्वीकार नहीं कर रहा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह विधायक के रूप में इस्तीफा देंगे, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मेरे मतदाताओं ने चुना है और यदि कभी वे मुझसे ऐसा चाहते हैं, तो मैं हिचकूंगा नहीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विधायक होने से पहले मैं एक किसान का बेटा हूं और मैं इस पद को स्वीकर नहीं कर सकता क्योंकि मुझे लगता है कि ये कानून किसानों के हित में नहीं हैं।’’
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