Edited By Yakeen Kumar, Updated: 26 Aug, 2025 08:46 PM

हरियाणा में शुरू हुई परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) योजना अब अन्य राज्यों के लिए भी मिसाल बन रही है। इसकी तर्ज पर देश के नौ राज्य अपने-अपने यहां परिवार पहचान पत्र लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।
चंडीगढ़ : हरियाणा में शुरू हुई परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) योजना अब अन्य राज्यों के लिए भी मिसाल बन रही है। इसकी तर्ज पर देश के नौ राज्य अपने-अपने यहां परिवार पहचान पत्र लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। जल्द ही हर परिवार को एक यूनिक फैमिली आईडी दी जाएगी, जिससे सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ सीधे परिवार स्तर पर पहुंच सकेगा।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान ने इसे जनाधार, कर्नाटक ने कुटुंब, मध्य प्रदेश ने समग्र, जबकि उत्तराखंड ने उतराकुल नाम दिया है। उत्तराखंड सरकार नवंबर में इसका औपचारिक ऐलान करने वाली है। दरअसल, शुरुआत हरियाणा से हुई थी, जहां 2017-18 में ‘परिवार समृद्धि योजना’ लाई गई थी। बाद में इसे परिवार पहचान पत्र के रूप में परिवर्तित कर 2019-20 में लागू किया गया। इस योजना के प्रबंधन व निर्णयों के लिए अक्टूबर 2021 में परिवार पहचान पत्र प्राधिकरण का गठन किया गया।
अब तक 76 लाख 90 हजार फैमिली आईडी हो चुकी हैं जारी
नए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 तक हरियाणा में करीब 76 लाख 90 हजार फैमिली आईडी जारी की जा चुकी हैं, जिनसे जुड़े सदस्यों की संख्या लगभग 2 करोड़ 94 लाख है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की यूनिक फैमिली आईडी व्यवस्था पारदर्शिता बढ़ाने के साथ-साथ कल्याणकारी योजनाओं को सही लाभार्थियों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगी।
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