Edited By Yakeen Kumar, Updated: 25 Aug, 2025 08:39 PM

हरियाणा गुरु तेग बहादुर साहिब पर प्रस्ताव पारित करने वाला पहला राज्य बन गया है।
चंडीगढ़ : हरियाणा गुरु तेग बहादुर साहिब पर प्रस्ताव पारित करने वाला पहला राज्य बन गया है। हरियाणा विधानसभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नौवें सिख गुरु तेग बहादुर साहिब की 350वीं शहादत पर सरकारी प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया और इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
सदन ने याद किया कि नवंबर 1675 में दिल्ली के चांदनी चौक में गुरु तेग बहादुर साहिब ने आस्था और अंतःकरण की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। इसी के साथ भाई मति दास और भाई सती दास की शहादत का भी स्मरण किया गया।
गुरु साहिब का हरियाणा से है गहरा संबंध- सीएम सैनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु साहिब का हरियाणा की भूमि से गहरा संबंध रहा है। अपनी यात्राओं के दौरान उन्होंने कुरुक्षेत्र, पिहोवा, कैथल, जींद, अंबाला, चीका और रोहतक में आकर इस पावन धरती को धन्य किया। इन स्थानों पर बने ऐतिहासिक गुरुद्वारे जैसे- जींद का गुरुद्वारा श्री धमतान साहिब, गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब तथा अंबाला का गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब आज भी उनकी शिक्षाओं और आशीर्वाद की याद दिलाते हैं।
अपना शीश तक अर्पित कर दिया- सीएम सैनी
सदन ने भाई जैता जी की वीरता का विशेष उल्लेख किया, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना गुरु तेग बहादुर साहिब का पवित्र शीश दिल्ली से आनंदपुर साहिब तक पहुँचाया। साथ ही सोनीपत जिले के गांव बड़खालसा के शहीद कुशाल सिंह दहिया को भी याद किया गया, जिन्होंने मुगलों को भ्रमित करने के लिए अपना शीश अर्पित कर गुरु साहिब के शीश को सुरक्षित पहुँचाने में योगदान दिया।