Edited By Manisha rana, Updated: 25 Feb, 2024 05:06 PM
हरियाणा में किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए, पंजाब-हरियाणा के बॉर्डरों को बंद कर दिया गया था. वहीं अब किसान आंदोलन को शांत होता देख प्रशासन बॉर्डर और रास्तों को खोल रहा है.
फतेहाबाद: हरियाणा में किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए, पंजाब-हरियाणा के बॉर्डरों को बंद कर दिया गया था. वहीं अब किसान आंदोलन को शांत होता देख प्रशासन बॉर्डर और रास्तों को खोल रहा है. खनौरी और शंभू बॉर्डर के बाद अब फतेहाबाद में बंद किए गए रास्तों को प्रशासन ने खोलना शुरू कर दिया है.
बता दें कि पंजाब से सटे इलाकों में प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर बैरिकेडिंग कर रास्तों को बंद कर दिया गया था. यहां पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया था. प्रशासन द्वारा अब इन बैरिकेडिंग को हटा कर रास्तों की बहाली की जा रही है. टोहाना में कैंची चौक पर लगाए गए बैरिकेडिंग को क्रेनों और जेसीबी के माध्यम से हटाना शुरू कर दिया है.
बंद किए रास्तों को खोलना शुरू
फिलहाल किसानों ने दिल्ली कूच को 29 फरवरी तक टाल दिया है, तो लोगों की परेशानियों को देखते हुए प्रशासन ने बंद किए गए रास्तों को भी खोलना शुरू कर दिया है. फतेहाबाद जिले में टोहाना, जाखल, रतिया और फतेहाबाद में कई स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई थी, जहां पंजाब की सीमाएं लगती हैं या फिर इन रास्तों से किसानों के आने की आशंका बनी हुई थी.
बता दें कि पंजाब बॉर्डर के पास रास्तों को बंद करने के लिए बड़े-बड़े कंक्रीट के बैरिकेड के अलावा मिट्टी से भरे कंटेनर, लोहे के बैरिकेड, कंटीली तारें, और सड़कों पर नुकीली कीले लगाई गई थी. इसके साथ ही सड़कों को खोद कर खाइयां बना दी गई थी, ताकि पंजाब से आने वाले आंदोलनकारी किसानों हरियाणा के रास्ते दिल्ली की ओर कूच करने से रोका जा सके.
(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।)
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)