Edited By Saurabh Pal, Updated: 10 May, 2024 03:35 PM
हरियाणा सरकार पर अभी संकट बरकरार है। एक तरफ विपक्ष प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहा, वहीं दूसरी तरफ भाजपा विधायकों के जोड़-तोड़ से सरकार बचाने में लगी हुई है। शुक्रवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय से...
चंडीगढ़ः हरियाणा सरकार पर अभी संकट बरकरार है। एक तरफ विपक्ष प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहा, वहीं दूसरी तरफ भाजपा विधायकों के जोड़-तोड़ से सरकार बचाने में लगी हुई है। शुक्रवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय से मिलने राजभवन पहुंचा। जब हरियाणा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा तो वहां राज्यपाल से मुलकात ही नहीं हो पाई।
मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल कांग्रेस नेताओं के पहुंचने से 10 मिनट पहले दिल्ली के लिए रवाना हो गए है। राजभवन की तरफ से बताया गया कि महामहिम किसी कार्यक्रम में शामिल होने के दिल्ली गए हैं। बता दें कि हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा सरकार से समर्थन वापिस लेने के बाद शुरु हुआ यह राजनीतिक संकट अभी भी बरकरार है।
गौरतलब है कि इससे पहले जेजेपी और इनेलो के द्वारा राज्यपाल को पत्र लिख राष्ट्रपति शासन के शिफारिस की मांग की है। उन लोगों ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि हरियाणा सरकार बहुमत खो चुकी है। ऐसे में नायब सैनी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
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