Edited By Saurabh Pal, Updated: 13 Aug, 2024 03:51 PM
एनएचएम कर्मचारियों द्वारा यमुनानगर शहर के पॉश इलाके में पैदल रोष मार्च निकाला गया। इस दौरान उन्होंने दुकानों पर जाकर भीख मांगी और इश्तहार बांटें। एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान अमित गुर्जर ने कहा कि सरकार एनएचएम कर्मचारियों की नियमित करने की...
यमुनानगर (सुरेन्द्र मेहता): एनएचएम कर्मचारियों द्वारा यमुनानगर शहर के पॉश इलाके में पैदल रोष मार्च निकाला गया। इस दौरान उन्होंने दुकानों पर जाकर भीख मांगी और इश्तहार बांटें। एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान अमित गुर्जर ने कहा कि सरकार एनएचएम कर्मचारियों की नियमित करने की मुख्य मांग को लेकर कोई समाधान नहीं कर रही है। लेकिन कर्मचारी भी अब अपने न्याय के लिए आर-पार की लड़ाई लडने के लिए सड़कों पर हैं।
नेशनल हेल्थ मिशन साझा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमित गुर्जर ने कहा कि पूरे प्रदेश के साथ-साथ आज शहर के पॉश इलाके में रोष मार्च निकालकर कर्मियों ने दुकानों पर जाकर भीख मांगी व इश्तहार भी बांटें। एनएचएम कर्मी स्वास्थ्य विभाग के 52 तरह के कार्यक्रम में अपनी ड्यूटियां देते है। प्रदेश में लगभग 15000 और जिले में लगभग 670 कर्मी हैं, जो हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि आज जहां सभी सरकारी संस्थानों में डिलीवरी का लोड बहुत कम हो गया है। ऑनलाइन रिपोर्टिंग का कार्य पूरी तरह से बाधित है। टीबी के टेस्ट नहीं किया जा रहे हैं। लेकिनअधिकारी सरकार को कह रहे हैं कि स्वास्थ्य का कार्य सुचारु रुप से चल रहा है।
सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एनएचएम कर्मियों ने
अमित गुर्जर ने आगे कहा कि समस्त एनएचएम कर्मचारियों को नियमित किया जाए। उन्हें नियमित किए जाने तक एलटीसी, ग्रैच्युटी, अर्जित अवकाश, शिशु देखभाल अवकाश, अनुकंपा सहायता और हरियाणा सिविल सर्विस रूल 2016 लागू करते हुए सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। एनएचएम कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ प्रदान करने की सिद्धांतिक मंजूरी 2 नवम्बर 2021 सरकार द्वारा प्रदान दी गई है। एनएचएम कर्मी अपनी नियमित करने की मांग को लेकर 26 जुलाई से हड़ताल पर हैं। इस मौके पर एनएचएम कर्मियों ने शहर में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
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