Edited By Shivam, Updated: 17 Jan, 2021 06:42 PM
किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के सियासतदारों की बयानबाजी जोरों पर चल रही हैं। कभी सत्ता पक्ष पर विपक्ष हमला बोल रहा है तो कभी विपक्षी दलों के नेता एक-दूसरे पर जोरदार टिप्पणी कर रहे हैं। इसी बीच इनेलो नेता अभय चौटाला ने इस्तीफा देने का ऐलान करके...
गोहाना (सुनील जिंदल): किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के सियासतदारों की बयानबाजी जोरों पर चल रही हैं। कभी सत्ता पक्ष पर विपक्ष हमला बोल रहा है तो कभी विपक्षी दलों के नेता एक-दूसरे पर जोरदार टिप्पणी कर रहे हैं। इसी बीच इनेलो नेता अभय चौटाला ने इस्तीफा देने का ऐलान करके राजनीति को हवा दे दी है। वहीं उनके बेटे करण चौटाला भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।
आज गोहाना में पहुंचे करण चौटाला ने अपने पिता अभय चौटाला की बातों का समर्थन करते हुए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर हमला बोला है। करण चौटाला ने अपने चचेरे भाई दुष्यंत को मीडिया के माध्यम से कहा कि अगर दुष्यंत चौटाला किसानों के साथ खड़े हुए हैं तो उचाना के किसी गांव में आकर देखें। वहीं करण चौटाला ने बीते दिन अभय चौटाला द्वारा दुष्यंत को गद्दार बताए जाने पर कहा कि अब जनता को भी समझ आ गया है कि कौन किसान हितैषी है और कौन गद्दार है?
बता दें उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कृषि कानूनों को लेकर कह चुके हैं कि अगर इन कानूनों के बाद एमएसपी पर कोई खतरा आता है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। दिल्ली बॉर्डर पर चल रहा किसानों का आंदोलन भी एमएसपी की गारंटी और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर है।
इधर, गोहाना में करण चौटाला ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष कहीं नजर नहीं आ रही, कांग्रेस सिर्फ बयानों में नजर आ रही है। अगर सही मायने में विपक्ष होता तो किसान आंदोलन के पक्ष में सड़कों पर होता। करण चौटाला ने रणदीप सुरजेवाला पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली में बैठकर बयान बाजी करते हैं, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को डर है कि उनके घर राजनीति से चलते हैं।