विधानसभा चुनाव के लिए फॉर्म में INLD-BSP, 37 सीटों पर बसपा तो बाकि सीटों पर इनेलो दिखाई दमखम

Edited By Nitish Jamwal, Updated: 11 Jul, 2024 05:44 PM

inld and bsp will contest the assembly elections together haryana

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नए राजनीतिक समीकरण देखने को मिलेंगे। प्रदेश में कई बार सत्ता में रही इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच गठबंधन की अनौपचारिक घोषणा हो गई है।

हरियाणा डेस्क: हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नए राजनीतिक समीकरण देखने को मिलेंगे। प्रदेश में कई बार सत्ता में रही इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच गठबंधन की अनौपचारिक घोषणा हो गई है। बसपा राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश ने कहा कि 37 सीट पर BSP चुनाव लड़ेगी और बाकी सीट पर इनेलो चुनाव लड़ेगी। इस बात की जानकारी इनेलो और बसपा ने प्रेसवार्ता के जरिए दी। बीएसपी ने अभय सिंह चौटाला को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया है, वहीं इससे पहले अमित शाह नायब सैनी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं।

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बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इनेलो-बीएसपी गठबंधन को लेकर एक्स पर लिखा

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इनेलो-बीएसपी गठबंधन को लेकर एक्स पर लिखा कि बीएसपी व इनेलो हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में वहां की जनविरोधी पार्टियों को हराकर गठबंधन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे। गठबंधन की घोषणा मेरे पूरे आर्शिवाद के साथ चंडीगढ़ में इनेलो और बीएसपी की संयुक्त प्रेस वार्ता में की गई। इस प्रेस वार्ता से पहले अभय सिंह चौटाला के साथ नई दिल्ली मेरे निवास पर गठबंधन को लेकर सफल वार्ता हुई। हरियाणा में सर्व समाज हितैषी जनकल्याणकारी सरकार बनाने के संकल्प के कारण इस गठबंधन में एक दूसरे को पूरा आदर सम्मान देकर सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह आपसी एकजुटता जन आर्शिवाद से विरोधियों को हराकर इनेलो-बीएसपी गठबंधन की सरकार बनाएगी।

 

 

 

 

 

 

बीएसपी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद ने कहा कि 6 जुलाई को दिल्ली में अभय सिंह चौटाला के साथ हुई बैठक में बहन मायावती ने गठबध्ंान की स्वीकृति दे दी थी। विधानसभा की 90 सीटों में से 37 पर बीएसपी और 53 पर इनेलो चुनाव लड़ेंगी। आकाश आनंद ने ऐलान किया कि इनेलो-बीएसपी गठबंधन प्रदेश में सरकार बनाएगा और अभय चौटाला मुख्यमंत्री होंगे। हरियाणा में गठबंधन की सरकार बनने पर स्वर्गीय कांशीराम का सपना पूरा होगा और आरक्षण का कोटा भी पूरा किया जाएगा। हमारा गठबंधन विधानसभा चुनाव तक नहीं होगा बल्कि आगे होने वाले छोटे बड़े चुनाव भी गठबंधन में लड़ेंगे।

जनता को किए वायदे

अभय सिंह चौटाला ने विधानसभा चुनाव के लिए साझा घोषणा पत्र पढ़ते हुए कहा कि इनेलो-बीएसपी की सरकार बनने पर सरकारी नौकरियों में एससी-एसटी के लंबित बैकलॉग को तुरंत भरा जाएगा और कांग्रेस और बीजेपी ने जो कोटा खत्म किया था उसे वापिस दिया जाएगा। एससी-एसटी वर्ग को 100 गज के प्लॉट पर ताऊ देवीलाल आवास योजना के तहत मकान बनाकर दिए जाएंगे। एससी-एसटी बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। एससी और बीसी वर्ग के बच्चे चाहे सरकारी या प्राइवेट किसी कॉलेज में पढ़े उनको मुफ्त कॉलेज शिक्षा दी जाएगी। एमबीबीएस में दाखिले के लिए जनरल कैटेगरी के बच्चों से जो बांड भरवाए जा रहे हैं उसे खत्म करेंगे। महिलाओं पर हो रहे अपराधों पर रोक लगाएंगे। अग्निवीर योजना को खत्म करने और एमएसपी गारंटी कानून बनवाने के लिए प्रतिबद्ध हैें। प्रॉपर्टी आईडी और परिवार पहचान पत्र को खत्म करके राशन कार्ड को मान्यता देंगे। कौशल रोजगार निगम को खत्म करेंगे और इसकी जगह स्थाई नौकरियां निकालेंगे। सभी पोर्टल खत्म करेंगे। प्रदेश में बदमाशों का आतंक है और भाजपा सरकार गुंडों और बदमाशों को संरक्षण दे रही है। हमारी सरकार बनने पर कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। चौधरी देवीलाल ने बुढ़ापा सम्मान पेंशन शुरू की थी जो आज 3000 हजार रूपए पहुंच चुकी है। हम इसे 7500 रूपए प्रति माह करेंगे। हम हर घर से एक पढ़े लिखे युवा को सरकारी नौकरी देंगे। 21000 बेरोजगारी भत्ता देंगे। ऐसी व्यवस्था करेंगे किसी का बिजली 500 से ज्यादा न आए। जर्मन टेक्नोलॉजी से पीने का साफ पानी मुफ्त देंगे। हर घर में एक गैस का सिलेंडर प्रति माह मुफ्त देंगे।

पत्रकारों द्वारा तीसरी बार गठबंधन करने पर पूछे गए सवाल पर कहा कि हमने पहले गठबंधन जब किया था तब लोकसभा की 5 सीटें जीती थीं। दूसरी बार गठबंधन किया तब हमारे ही कुछ स्वार्थी लोग हमसे अलग हो गए थे जिससे हमें नुकसान हुआ। अब हमने लोगों की भावनाओं को देखते हुए फिर से गठबंधन किया है और विधानसभा के बाद भी आगे आने वाले चुनाव मिलकर लड़ेंगे। आगे कोई नया दल हमारे साथ आता है तो उन्हें इनेलो के हिस्से से सीटें देंगे।

बिजली बिल को लेकर कहा कि हम घरों में ऐसे मीटर लगाएंगे जिससे 500 से ज्यादा बिल नहीं आएगा। मेरे घर का बिल 1 लाख रुपए तक आता था। लेकिन मैंने सोलर पैनल लगाए जिससे मेरा घर का बिल जीरो हो गया। गांव में जो बंजर जमीन है वहां पर भी सोलर पैनल लगाएंगे। हम बिजली और पीने का पानी लोगों को मुफ्त मुहैया करवाएंगे। इनेलो की सरकार के समय में लोगों को 24 घंटे बिजली मिलती थी। हमने कभी बिजली बाहर से नहीं खरीदी। हमारे राज में बिजली के प्लांट लगे।

कानून व्यवस्था पर बोले अभय चौटाला

कानून व्यवस्था को लेकर अभय चौटाला ने कहा कि अपराधों के लिए पूरी तरह से भाजपा सरकार जिम्मेदार है। सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण देंगे तो पुलिस अधिकारी क्या करेंगे। बदमाशों को संरक्षण देने के लिए भाजपा ने एक सेल बना रखा है। यह बात विधानसभा सत्र में भी उठाऊंगा। हाई कोर्ट के फैसले पर कहा कि हम फैसले का स्वागत करते हैं। जब किसान दिल्ली के बॉर्डर पर जाकर लड़ाई लड़ेगा। हम फिर किसानों का साथ देंगे।

दिल्ली में पानी के संकट पर कहा कि हरियाणा ने दिल्ली को पानी देने में कभी भी कोताही नहीं की। हम नहीं चाहते कि दिल्ली का कोई व्यक्ति प्यासा रहे। दिल्ली और पंजाब में आम पार्टी की सरकार है और पंजाब से एसवाईएल का पानी लेने के लिए दिल्ली का पानी बंद करना चाहिए ताकि उन्हे पानी की कमी का अहसास हो। दिल्ली में तो पीने के पानी की कमी है लेकिन हरियाणा में लाखों एकड़ खेती की जमीन एसवाईएल के पानी के बगैर बंजर हो गई है।

भूपेंद्र हुड्डा पर जमकर साधा निशाना

भाजपा सरकार के अल्पमत को लेकर कहा कि यह एक नाटक चल रहा है। भूपेंद्र हुड्डा और जेजेपी दोनो मिलकर लोगों का बेवकूफ बना रहे हैं। कांग्रेस और जेजेपी एक दूसरे पर बात डाल रहे हैं। जबकि दोनों के साथ उनके एमएलए नहीं है। दोनों अपने एमएलए ले आएं। मैं अपना वोट उनको दिखा कर दे दूंगा। भूपेंद्र हुड्डा बीजेपी से मिला हुआ है और सुभाष चंद्रा को राज्यसभा का सांसद बनाने के लिए स्याही कांड किया था। हुड्डा एक तरफ तो कहते हैं कि भाजपा अल्पमत में है और जब राज्यसभा का चुनाव लड़ने की बात आती है तो भाग जाते हैं।

बता दें कि साल 1996 के लोकसभा चुनाव के दौरान इनेलो और बसपा के बीच पहली बार गठबंधन हुआ था। इनेलो ने सात लोकसभा सीटों पर और बसपा ने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में बसपा ने एक अंबाला लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि इनेलो प्रत्याशी राज्य की चार लोकसभा सीटों कुरुक्षेत्र, हिसार, सिरसा और भिवानी पर चुनाव जीते थे।

टूट गया था गठबंधन

इसके बाद साल 2018 में बसपा और इनेलो के बीच राजनीतिक गठजोड़ हुआ, लेकिन ये गठबंधन विधानसभा चुनाव तक लोगों के बीच नहीं पहुंच पाया। इनेलो के दो फाड़ होने की वजह से बसपा के साथ उसका गठबंधन टूट गया था। पिछले दिनों अभय चौटाला ने इस संबंध में मायावती से नई दिल्ली में भी मुलाकात की थी, जिसके बाद मायावती और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने हरियाणा के बसपा नेताओं को इनेलो के साथ गठबंधन की तैयारियां पूरी करने के निर्देश जारी कर दिए थे। 

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