Edited By Manisha rana, Updated: 26 Jul, 2024 08:37 AM
फरीदाबाद से इंसानियत को शर्मसार करने खबर सामने आई जहां पर एक पिता अपनी 7 साल की मृतक बेटी के शव को लेकर ऑटो की तलाश में कई घंटे भटकता रहा, परंतु उसे अस्पताल के किसी भी स्टाफ की तरफ से जानकारी नहीं दी गई कि शव को ले जाने के लिए फ्री एंबुलेंस सुविधा...
फरीदाबाद (अनिल राठी) : फरीदाबाद से इंसानियत को शर्मसार करने खबर सामने आई जहां पर एक पिता अपनी 7 साल की मृतक बेटी के शव को लेकर ऑटो की तलाश में कई घंटे भटकता रहा, परंतु उसे अस्पताल के किसी भी स्टाफ की तरफ से जानकारी नहीं दी गई कि शव को ले जाने के लिए फ्री एंबुलेंस सुविधा अस्पताल की तरफ से दी जाती है। जानकारी के अभाव में पिता एक घंटे तक ऑटो की तलाश में भटकता रहा।
बताया जा रहा है कि व्यक्ति अपनी बेटी को अस्पताल में दिखाने आया था पर अस्पताल पहुंचते समय बेटी की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने बेटी को मृत घोषित कर तमाम कार्रवाई करते हुए शव को परिजनों के हवाले कर दिया। इस बीच परिजनों को जानकारी नहीं थी कि शव को ले जाने के लिए अस्पताल की तरफ से फ्री एंबुलेंस सुविधा भी है, ऐसे में जानकारी के अभाव के चलते पिता जयराम अपनी बेटी के शव को हाथों में लेकर रोते-बिलखते अस्पताल के गेट के बाहर एक घंटे ऑटो का इंतजार करता रहा, परंतु कोई ऑटो चालक डेड बॉडी को देखकर रुकने को तैयार नहीं था। इस बीच काफी इंतजार के बाद जयराम की जानकारी का एक ऑटो चालक आया जिसमें वह अपनी बेटी के शव को लेकर अपने घर चला गया।।
वहीं इस मामले में जब अस्पताल का पीएमओ का पदभार संभाल रहे डॉक्टर विकास गोयल से बात की गई तो उन्होंने भी माना कि अस्पताल के स्टाफ को मृतक बच्ची के परिजनों को फ्री शव वाहन (एम्बुलेंस) मिलने की जानकारी दी जानी चाहिए थी। इस मामले में जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करेंगे।
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