अस्पताल स्टाफ ने नवजात का हाथ काटा, परिजनों ने काटा बवाल

Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 31 Jul, 2025 09:19 PM

hospital staff cut the hand of new born baby during delivery

नूंह जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही देखने को मिली है। जहां अल आफिया नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा में डिलीवरी कराने आई एक महिला के सिजेरियन ऑपरेशन के बाद उसके नवजात बच्चे का हाथ काट दिया गया।

नूंह, (ब्यूरो): नूंह जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही देखने को मिली है। जहां अल आफिया नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा में डिलीवरी कराने आई एक महिला के सिजेरियन ऑपरेशन के बाद उसके नवजात बच्चे का हाथ काट दिया गया। जब महिला के तीमारदारों ने डॉक्टरों से इसका कारण पूछा तो उक्त डॉक्टरों ने नवजात के हाथ में हल्का सा ब्लेड लगने की बात कही। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा।

गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें। 

 

परिजनों का आरोप है कि जब उक्त डॉक्टरों से जानबूझकर हाथ काटने के बारे में बोला गया था तो डॉक्टरों ने उनके साथ गाली गलौज करते हुए धक्के मारकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने कानूनी कार्रवाई करने पर महिला और नवजात को जहर का टीका देकर मारने की बात कही। फिलहाल पीड़ित नवजात को रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया।

 

 

पुलिस को दी शिकायत में मुकीम निवासी दोहा ने बताया कि 30 जुलाई को उनकी भाभी सरजीना की डिलीवरी होनी थी। उन्होंने अपनी भाभी को शाम करीब साढ़े 6 बजे अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा के लेबर रूम में भर्ती कर दिया।  डॉक्टर ने करीब 3 घंटे के बाद उनकी भाभी की सिजेरियन ऑपरेशन कर डिलीवरी कर दी। थोड़ी देर बाद डॉक्टर बाहर आए और कहने लगे कि उनकी भाभी की डिलीवरी हो चुकी है,लेकिन नवजात के हाथ पर ब्लेड से हल्का सा कट लग गया।

 

पीड़ित ने बताया कि जब अंदर जाकर देखा बच्चे का हाथ बाजू से अलग था और हाथ पर पट्टी बंधी हुई थी। जब डॉक्टरों को इसके बारे में बोला गया तो वह तैस में आ गए और गाली गलौज करते हुए धक्के मारकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने गुस्से में कहा कि हमने जानबूझकर हाथ काटा है जो करना है कर लो। अगर कानूनी कार्रवाई की तो जच्चा बच्चा को जहर का टीका देकर मार देंगे। जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और मौके पर डायल 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुला लिया।

 

जब परिजन बच्चे को लेकर नल्हड़ मेडिकल कॉलेज नूंह पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने बच्चे को रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। फिलहाल पीड़ित ने पुलिस को शिकायत देकर लापरवाह डाक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर संजीव मेहता ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!