Edited By Shivam, Updated: 07 Oct, 2019 04:13 PM

हरिणाया विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है। रूठों को चुनाव न लडऩे के लिए मनाने का पार्टियों के पास सीमित मौका है। सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेता अपने बागियों को मनाने में लग गए हैं। दूसरी पार्टियों के बागियों को अपने पाले...
चंडीगढ़ (ब्यूरो): हरिणाया विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है। रूठों को चुनाव न लडऩे के लिए मनाने का पार्टियों के पास सीमित मौका है। सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेता अपने बागियों को मनाने में लग गए हैं। दूसरी पार्टियों के बागियों को अपने पाले में लाने के लिए भी जोड़-तोड़ कर रहे हैं। भाजपा 3 दिन इसके लिए विशेष अभियान चला रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वे बागी विधायकों को मनाकर नामांकन वापसी का पूरा प्रयास करेंगे।
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि पार्टी की विचारधारा में यकीन रखने वाले लोग कहीं नहीं जाएंगे। बाकी भी लौट आएंगे। रविवार को इनेलो ने अम्बाला जिले की 4 सीटों को लेकर पूर्व मंत्री निर्मल सिंह से समझौता कर लिया। वहीं, नारायणगढ़ से निर्दलीय नामांकन करने वाले भाजपा के बागी राकेश बिंदल मान गए हैं। उधर, जींद में तंवर के कई समर्थकों ने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
मनाने के लिए क्या-क्या कहा गया
बहादुरगढ़ में निर्दलीय उतरे कांग्रेस के राजेश जून के बारे में रविवार को दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आने वाला समय उनका है। राजेश ने कहा कि सोमवार दोपहर तक पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अगली बार टिकट का आश्वासन दें तो साथ देने को तैयार हूं। गन्नौर से भाजपा में टिकट के दावेदार देवेंद्र कादियान ने 4 अक्टूबर को कहा था कि मुझे कहा गया है कि विधायक बनकर क्या करोगे, इससे भी बड़ा पद देंगे, अपने हलके की समस्याएं निपटाते रहना। करनाल से निर्दलीय उम्मीदवार ईश्वर सिंह को पार्टी में शामिल करने और सम्मान की शर्त पर नामांकन वापसी के लिए मना लिया।
भाजपा का 3 पार्टियों को झटका
गुहला से कांग्रेस के पूर्व विधायक फूलसिंह, हिसार के बरवाला से पूर्व इनेलो विधायक वेदपाल नारंग, बादली से 5 बार विधायक रहे धीरपाल के 2 भतीजे भाजपा में शामिल। 2014 में पिहोवा से भाजपा से लड़े जय भगवान की घर वापसी। वे लोकसभा में जजपा के टिकट पर कुरुक्षेत्र से लड़े थे। कांग्रेस के पूर्व विधायक संपत्त सिंह ने सीएम से मुलाकात की है। सोमवार को फैसला लेंगे।
ऐसा समझौता पहली बार
कांग्रेस के बागी निर्मल अम्बाला सिटी और बेटी चित्रा कैंट से निर्दलीय उतरी हैं। इनेलो इन सीटों पर निर्मल को समर्थन देगी। सिटी में इनेलो का प्रत्याशी नहीं है। कैंट से इनेलो के ओंकार पर्चा वापस लेंगे। बदले में निर्मल नारायणगढ़ व मुलाना में इनेलो का साथ देंगे। उल्लेखनीय है कि इनेलो के साथ शिअद का गठबंधन भी है।