Edited By Vivek Rai, Updated: 10 May, 2022 08:40 AM

जिस हरियाणा की धरती से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत हुई, आज उसी हरियाणा की बेटियां स्कूल-कॉलेज जाने के लिए बस सेवा के लिए भी संघर्ष करती हुई नजर आ रही है। जींद जिले के सफीदों में कॉलेज तक पहुंचने के लिए छात्राओं को बसों की कम संख्या होने के...
जींद(अनिल): जिस हरियाणा की धरती से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत हुई, आज उसी हरियाणा की बेटियां स्कूल-कॉलेज जाने के लिए बस सेवा के लिए भी संघर्ष करती हुई नजर आ रही है। जींद जिले के सफीदों में कॉलेज तक पहुंचने के लिए छात्राओं को बसों की कम संख्या होने के चलते परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसे लेकर सैंकड़ों छात्राओं ने जींद डीसी से मिलकर उन्हें बस चलाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
सफीदों के अलग-अलग गांव से जींद पहुंची छात्राओं ने बसों का अभाव होने के चलते सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्राओं ने बताया कि सफीदों एरिया के 9 से करीब 150 लड़कियां पढ़ने के लिए जींद आती है। इस दौरान पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध न होने के चलते उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि बसों में भीड़ इस कदर बढ़ जाती है कि कुछ छात्रों को बस की खिड़कियों पर लटक कर सफर करना पड़ता है। यही नहीं कुछ छात्र अपने जीवन को खतरे में डालकर बसों की छत पर बैठकर स्कूल-कॉलेज पढ़ने जाते हैं। उन्होंने कहा कि यूं तो प्रदेश सरकार बेटियों को बचाने और पढ़ाने की बात करती है लेकिन धरातल पर सरकार को बेटियों की कोई चिंता नहीं है। छात्राओं ने बताया कि बसों में ज्यादा भीड़ होने के चलते कई बार खिड़कियों पर लटक कर यात्रा कर रहे छात्र-छात्राएं घटना का शिकार भी हो जाते हैं। इस कारण कई परिजन अपने बच्चों को बाहर पढ़ने के लिए भेजने को तैयार नहीं होते। उन्होंने बताया कि आज जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर पर्याप्त मात्रा में बसें चलाने की मांग की है।
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