Edited By Isha, Updated: 03 Jun, 2025 10:04 AM

यमुनानगर जिले के गांव लक्षीबांस में मंगलवार तड़के लगभग 3:00 बजे आग की घटना से अफरा-तफरी मच गई। आग पशुओं के सूखे चारे, भूसे के कूप और उपलों से बने बिटोडों में लगी। अचानक लगी इस
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर जिले के गांव लक्षीबांस में मंगलवार तड़के लगभग 3:00 बजे आग की घटना से अफरा-तफरी मच गई। आग पशुओं के सूखे चारे, भूसे के कूप और उपलों से बने बिटोडों में लगी। अचानक लगी इस आग से गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया। आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते 100 से ज्यादा भूसे के कूप और इतने ही उपलों के बिटोडे जलकर राख हो गए। दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने ने पाया आग पर काबू।
रात के समय गांव के कुछ लोग अपने घर की छतों पर सोए हुए थे। तभी करीब 3 बजे किसी ग्रामीण की नींद खुली और उसने गांव के पास आग की लपटें देखीं। उसने तुरंत गांववासियों को इस बारे में बताया, जिसके बाद सभी लोग मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने की कोशिश में लग गए। लोगों ने बिना देरी किए पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी, जिस पर तुरंत दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया।
दमकल कर्मियों के साथ-साथ ग्रामीण भी अपने स्तर पर बाल्टियों, पाइपों और ट्यूबवेल के पानी से आग बुझाने में जुटे रहे। हालांकि, आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि यह घटना शॉर्ट सर्किट या किसी जली हुई बीड़ी-सिगरेट के कारण हो सकती है।
गांव के किसानों और मजदूरों का कहना है कि इस आगजनी की वजह से उनका लाखों रुपये का नुकसान हो गया है, क्योंकि यह चारा और उपले उनके पशुओं के लिए पूरे साल भर की तैयारी के रूप में इकट्ठा किए गए थे। प्रशासन का कोई भी व्यक्ति अभी तक उनके गांव नहीं पहुंचा, ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। गांव में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है।