Edited By Mohammad Kumail, Updated: 19 Mar, 2023 08:37 PM

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव से जहां किसान परेशान हैं वहीं पिछले दो दिन के दौरान हुई बारिश, ओलावृष्टि व आंधी के चलते सरसों, गेहूं, चना की फसलों को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है...
चरखी दादरी (पुनीत श्योराण) : मौसम में लगातार हो रहे बदलाव से जहां किसान परेशान हैं वहीं पिछले दो दिन के दौरान हुई बारिश, ओलावृष्टि व आंधी के चलते सरसों, गेहूं, चना की फसलों को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। कई भागों में हवा से गेहूं की फसल बिछ गई और इससे पैदावार पर काफी असर पड़ेगा। वहीं, खलिहान में रखी सरसों भीगने से अब इसकी मशीन से कढ़ाई का कार्य कई दिनों तक नहीं हो सकेगा और किसानों को बेचने के लिए सरसों की नमी दूर होने का इंतजार करना पड़ेगा।
बता दें कि शनिवार व रविवार को दादरी जिला के कई क्षेत्रों में आंधी के साथ बारिश व ओलावृष्टि हुई। मौसम परिवर्तनशील होने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 7 और पांच डिग्री की गिरावट आई है। किसानों ने दस दिनों से सरसों की कटाई शुरू की हुई है। जिन किसानों ने सरसों की कटाई कर खलिहान के रूप में रखी है वह बारिश व ओलोवृष्टि से भीग गई। अब खलिहान में पड़ी सरसों दाने की गुणवत्ता में गिरावट आने का अनुमान है। किसान राजकुमार, सतीश, करतार सिंह ने बताया कि बारिश के साथ हवा का दबाव बनने से कई भागों में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। गेहूं की फसल इस समय पकाव के अंतिम चरण में है। गेहूं की बाली में दाना बनने पर वजन हो गया है जिससे हवा के दबाव से पौधे बिछ गए।
वहीं कृषि विभाग के अधिकारी डा. कृष्ण कुमार ने फोन पर बताया कि बारिश के कारण खेतों में कटी हुई सरसों का दाना काला रंग का पड़ सकता है। अगर जल्द ही मौसम साफ नहीं हुआ और धूप नहीं खिली तो सरसों का दाना ज्यादा खराब होने का अंदेशा बन जाएगा।
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