Edited By vinod kumar, Updated: 08 Nov, 2020 05:04 PM
स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि किया कि 9 नवंबर को हरियाणा के 34 किसान संगठन करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और 26 -27 नवंबर को पूरे देश के किसान दिल्ली में डेरा डालेंगे। उन्होंने बताया कि देश भर के लगभग 500 किसान...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि किया कि 9 नवंबर को हरियाणा के 34 किसान संगठन करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और 26 -27 नवंबर को पूरे देश के किसान दिल्ली में डेरा डालेंगे। उन्होंने बताया कि देश भर के लगभग 500 किसान संगठनों ने अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया है और पूरे देश में एक साथ एक जैसा आंदोलन होगा।
यमुनानगर में मीडिया से बातचीत करते हुए स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि पंजाब का किसान आंदोलन सबको दिखाई दे रहा है, लेकिन देश भर में आंदोलन हो रहे हैं। हरियाणा में भी 5 नवंबर को लगभग सभी जगह सड़कें जाम की गई। उन्होंने कहा कि अब पूरे देश में एक जैसा आंदोलन होगा। देशभर के 500 किसान संगठन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ जुड़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को तबाह करने पर तुली हुई है। 9 नवंबर को किसान मुख्यमंत्री के करनाल आवास पर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि अब किसानों को पराली के नाम पर 5 साल की जेल और 1 करोड़ का जुर्माना किए जाने की घोषणा की गई है। अब किसान सरकार के इन नियमों का एकजुटता से जवाब देंगे।
वहीं योगेंद्र यादव ने कहा कि देश में एक भी किसान संगठन ऐसा नहीं है जो इन तीन बिलों का समर्थन करता हो। आरएसएस भी इन बिलों के खिलाफ है। सरकार अंदर से बौखलाई हुई है, हरियाणा के सांसद अपने इलाकों में नहीं जा पा रहे। उन्होंने हरियाणा के शिक्षा मंत्री के इन बिलों को लेकर दी गई चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि वह कोई भी खुला मंच बताएं, इन बिलों के मुद्दे पर वह कहीं भी बहस करने को तैयार हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री के एमएसपी समाप्त होने पर अपने पद से त्यागपत्र देने के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की हरियाणा में धान की 1509 वैरायटी पर एमएसपी नहीं मिला, क्या सरकार ने बाजरा पर एमएसपी दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अब अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए, क्योंकि हरियाणा में कई जगह एमएसपी पर फसल नहीं बिकी है।
अब पूरे देश के किसान एक साथ आंदोलन करेंगे और 26 नवंबर को दिल्ली में किसान आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसलिए ऐसे किसान विरोधी कानून को रोकने के लिए कल सोमवार को करनाल में मुख्यमंत्री के घर का घेराव करने के लिए किसान आ रहे हैं। उसके बाद 26 नवंबर को देश भर का किसान दिल्ली में केंद्र सरकार का घेराव करने जा रहा है।