Edited By Isha, Updated: 05 Apr, 2022 02:44 PM

सरकार द्वारा हटाए गए एनएचएम आऊटसोर्स कर्मचारियों को हटाने के मामले में जेजेपी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सरकार की इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और
फतेहाबाद(रमेश कुमार ): सरकार द्वारा हटाए गए एनएचएम आऊटसोर्स कर्मचारियों को हटाने के मामले में जेजेपी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सरकार की इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि कर्मचारियों के हकों के लिए अगर जरूरत पड़ी तो वे स्वयं भी धरना प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
जेजेपी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिवाच आज कर्मचारियों से मिलने धरनास्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने सरकार के इस कदम अनुचित करार दिया और कहा कि कोरोना काल में जब पूरा विश्व इससे जूझ रहा था, चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ की कमी बनी हुई थी, उस विकट समय में इन लोगों ने न केवल लोगों की सेवा की बल्कि अपनी और अपने परिवार की जान को भी जोखिम में ड़ाला।
ऐसे में इन कर्मचारियों के साथ ऐसा व्यवहार करना गलत हैँ। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हकों के लिए डिप्टी सीएम से बात कर चुके हैं, जरूरत पड़ी तो दोबारा भी करेंगे। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों की बहाली के लिए उन्हें अगर कोई लड़ाई भी लडऩी पड़ी, धरने प्रदर्शन पर बैठना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान कर्मचारियों ने डॉ. सिवाच को अपनी मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन भी सौंपा।