Edited By vinod kumar, Updated: 21 Jan, 2021 04:55 PM
पलवल के नेशनल हाइवे-19 पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। यहां किसानों को धरना स्थल पर लगातार अलग-अलग गावों के किसान, समाजसेवी, विपक्षी पार्टियों के नेता समर्थन देने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस के राज्यसभा...
पलवल (दिनेश कुमार): पलवल के नेशनल हाइवे-19 पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। यहां किसानों को धरना स्थल पर लगातार अलग-अलग गावों के किसान, समाजसेवी, विपक्षी पार्टियों के नेता समर्थन देने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे। उन्होंने केंद्र और मनोहर सरकार पर जमकर निशाना साधा। दीपेंद्र ने कहा कि किसानों की मांगें पूरा करने की बजाय भाजपा सरकार ने किसानों पर जुल्म ढाए। उन्होंने कहा इन कानूनों को रद्द करवाने के लिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसानों के दिल्ली कूच को सफल बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है, उम्मीद है कि किसान दिल्ली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान का बेटा होने के नाते किसानों को बर्बाद करने वाले कानूनों को रद्द करवाने की अगुवाई करना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी से हम कभी पीछे नहीं हटेंगे। किसानों के साथ हमारा पूरा साथ व समर्थन है, क्योंकि ये पूरा आंदोलन गैर राजनीतिक व अनुशाशित है। सभी किसान यूनियन इस आंदोलन का नेतृत्व कर रही हैं।
वहीं दीपेंद्र हुड्डा ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब कमेटी के एक सदस्य ने यह कहकर इस्तीफा दे दिया कि वो कमेटी में रहकर ईमानदारी के साथ किसानों की आवाज को नहीं उठा सकते तो फिर दूसरे सदस्यों से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि सरकार को सद्बुद्धी दें। ताकि सरकार अपनी हठ को छोड़कर किसानों की बातों को माने। यह विषय राजहठ का नहीं पूरे देश के किसानों का मुद्दा है।