Edited By Manisha rana, Updated: 05 Mar, 2025 07:58 AM

सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित कर लोगों को जागरूक किया जाता है। इसके बावजूद लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं।
रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : इसे एक विडम्बना ही कहेंगे कि आये दिन सायबर ठगी के अनेकों मामले सामने आते हैं जिन्हें बखूबी से विभिन्न टी.वी.चैनलों और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित कर लोगों को जागरूक किया जाता है। इसके बावजूद लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं। इसी कड़ी में हरियाणा के रेवाड़ी में भी विगत 10 फरवरी को रेवाडी के एक शख्स से 5 लाख 23 हजार की साइबर ठगी की शिकायत मिली जिसके बाद रेवाडी सायबर पुलिस की पुलिस अधीक्षक मयंक गुप्ता के दिशा पर एक टीम गठित कर ठगी करने वाले पांच साइबर ठगों को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया गया, जिन्हें अब कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा ताकि इन ठगों के पूरे नेटवर्क तक पहुंचा जा सके।
पांचों आरोपी पटना से गिरफ्तार
रेवाड़ी पुलिस अधीक्षक डॉ.मयंक गुप्ता ने प्रैस वार्ता कर खुलासा करते हुए बताया कि विगत दस फरवरी को रेवाड़ी के गांव मूसेपुर निवासी वेदप्रकाश ने डायल 1930 पर फोन कर शिकायत दर्ज करवाई कि उसे किसी अनजान व्यक्ति ने फोन करके कहा कि आपको अपने बैंक कार्यों के लिए बार-बार बैंक नहीं जाना पड़े। इसके लिए आपको बैंक की ऐप डाउनलोड करनी होगी और उस व्यक्ति ने खुद को बैंक कर्मचारी बताकर एक ऐप डाउनलोड करवा दी जिसके बाद इनके खाते से एफ़.डी.ब्रेक कर 5 लाख 23 हजार रुपये निकाल लिये गए। शिकायत के बाद टीम गठित कर बिहार के पटना से एक किराए के मकान में रह रहे पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
ठगी का सामान बरामद
पकड़े गए आरोपियों में से दो उड़ीसा और तीन बिहार के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से 36 पासबुक, 55 चैक, 35 अकाउंट किट, 98 ए टी एम कार्ड व दर्जनों सिम व फोन बरामद किए गए हैं। इनके खिलाफ अभी तक अलग-अलग शहरों में 82 सायबर फ्राड के मामले दर्ज हैं। पकड़े गए आरोपियों में एक बारहवीं व चार दसवीं तक ही पढ़े हुए हैं। पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अपील की कि वह ठगी से बचने के लिये कच्चे लालच में न फंसे, अनजान नम्बरों द्वारा भेजे गए लिंक को क्लिक न करें ऒर न ही किसी इन्वेस्टमेंट में फंसे अपना ओ टी पी व बैंक डिटेल किसी से शेयर न करें।
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