Edited By Yakeen Kumar, Updated: 14 Nov, 2024 08:56 PM
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्ष के दिए बयान पर आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जवाब दिया है। सीएम सैनी ने कहा है कि प्रदेश की जनता का धन्यवाद और आभार जिन्होंने हमें सेवा का मौका दिया।
चंडीगढ़ : विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्ष के दिए बयान पर आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जवाब दिया है। सीएम सैनी ने कहा है कि प्रदेश की जनता का धन्यवाद और आभार जिन्होंने हमें सेवा का मौका दिया। हमें भाई-भतीजावाद,भ्रष्टाचार और पर्ची खर्ची का सिस्टम विरासत में मिला था। जिसको हमें ठीक करके भेदभाव रहित पूरे हरियाणा के लिए कार्य किया। हमनें 8 अक्टूबर से ही जनता को किए वादे के लिए काम करना शुरू कर दिया।
इन उपलब्धियों को गिनाया
हमारी सरकार ने 11 अक्तूबर को कर्मचारियों की दुर्घटना बीमा राशि को 30 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया। कर्मचारियों के ‘परमानेंट टर्म इंश्योरेंस’ को 2 लाख से बढ़ाकर 4 लाख रुपये किया। 14 अक्तूबर को प्रदेश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 750 रुपये और सहायिकाओं के मानदेय में 400 रुपये मासिक की बढ़ोतरी की गई। 17 अक्तूबर को हमारे ‘शपथ ग्रहण के पहले 26 हजार पदों की भर्ती का परिणाम घोषित करके प्रदेश के युवाओं को सरकारी नौकरियां दी
कार्यभार संभालने के बाद पहले ही दिन जाकर अपने संकल्प-पत्र के अनुसार हमने 18 अक्तूबर से किडनी के रोग से पीड़ित रोगियों के लिए डायलिसिस की सेवाएं मुफ्त कर दीं। 29 अक्तूबर से अपने वादे अनुसार 70 साल से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों के लिए आयुष्मान भारत का लाभ दिया गया। पिछले वर्ष 13 नवंबर तक प्रदेश में 1 लाख 62 हजार मीट्रिक टन डीएपी की खपत हुई। इस वर्ष 13 नवंबर तक 1 लाख 77 हजार मीट्रिक टन की खपत हो चुकी है,अर्थात 15 हजार टन ज्यादा किसानों को डीएपी दिया गया।
कल 15 नवम्बर तक जिलों में 14 हजार 750 मीट्रिक टन डी.ए.पी. और प्राप्त हो जाएगी। वर्ष 2005 से 2014 तक किसानों को खराबे के कुल 1158 करोड़ रुपये की राशि दी गई। जबकि बीजेपी सरकार ने 14,860.29 करोड़ रुपये वर्ष 2014 से लेकर अब तक क्षतिपूर्ति व नुकसान की भरपाई के रूप में किसानों को डीबीटी के माध्यम से दी गई।
जींद के रामभगत की मृत्यु पर जताया खेद
उन्होने कहा- जींद के रामभगत निवासी की मृत्यु का हमें दुख है, लेकिन किसी की मौत पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उनके नाम कोई जमीन गांव भीखेवाला में नही है, उसके पिता किदार सिंह के नाम गाँव भीखेवला में 3 कनाल कृषि योग्य भूमि है। उनके पास 125 गज गैरमुमकिन जमीन है, रामभगत ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर भी पंजीकरण नहीं करवाया था। भीखेवाला गाँव दनौदा पैक्स के अन्तर्गत आता है और दनौदा पैक्स में गत 1 से 6 नवम्बर तक प्रतिदिन कम से कम 1200 बैग डी.ए.पी. के उपलब्ध थे
जिस दिन रामभगत ने आत्महत्या की उस दिन भी दनौदा पैक्स में 1224 बैग डी.ए.पी. उपल्बध थी और उस दिन वहां 600 से ज्यादा बैग डी.ए.पी. की बिक्री भी हुई। इस मामले में 7 नवम्बर को पुलिस स्टेशन, उकलाना में दर्ज एफआईआर में उसके परिजनों द्वार दिए बयान में उनके कई दिनों से मानसिक रुप से परेशान और किसी भी राजनीतिक संलिप्तता की बात नहीं है।