Edited By Manisha rana, Updated: 11 Jun, 2025 07:11 PM

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश के स्वास्थ्य तंत्र का पूरी तरह बंटाधार कर दिया है।
चंडीगढ़ (चन्द्रशेखर धरणी) : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश के स्वास्थ्य तंत्र का पूरी तरह बंटाधार कर दिया है। 11 साल में बीजेपी ने एक भी मेडिकल कॉलेज स्थापित नहीं किया और ना ही कोई बड़ा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, संस्थान या अस्पताल इस सरकार द्वारा बनाया गया। यहां तक कि यह सरकार खुद की आयुष्मान योजना को भी ढंग से नहीं चला पा रही। अक्सर प्राइवेट अस्पतालों का सैकड़ों करोड़ रूपया सरकार की ओर बकाया रहता है। इसके चलते प्राइवेट अस्पताल मरीजों का इलाज करने से इनकार कर देते हैं और मरीजों की जान से खिलवाड़ होता है।
अब सरकार ने आयुष्मान योजना में कटौती करते हुए कहा है कि प्राइवेट अस्पताल पांच बीमारियों का इलाज नहीं करेंगे। इनमें मोतियाबिंद का ऑपरेशन, बच्चेदानी का ऑपरेशन, पित्त की थैली, उल्टी दस्त और सांस संबंधी बीमारियां शामिल हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार के फैसले पर हैरानी जताई है। उसने कहा है कि समय पर प्राइवेट अस्पतालों को भुगतान करने की बजाय सरकार ने उन पांच बीमारियों का इलाज करवाना ही बंद कर दिया, जो सबसे अधिक होती हैं।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इसी तरह जनता को एक और बड़ा झटका देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की सड़क दुर्घटनाओं में घायलों के मुफ्त इलाज की योजना को हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग लागू नहीं कर रहा है। इसी के चलते प्राइवेट अस्पतालों ने फैसला लिया गया है कि अब सड़क हादसे में घायल मरीजों का इलाज नहीं करेंगे। जबकि प्रदेश में हर साल 5000 लोग रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गवाते हैं और 12000 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल होते हैं। केंद्रीय मंत्रालय ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के इलाज पर डेढ़ लाख रुपए तक खर्च करने का प्रावधान किया है। लेकिन हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राइवेट अस्पतालों के साथ अभी तक इसके बारे में समझौता ही नहीं किया गया। इससे स्पष्ट हो जाता है कि बीजेपी सरकार की नीतियों में आम लोगों की जान के लिए किसी तरह की संवेदना नहीं है।
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि जब से बीजेपी सत्ता में आई है, उसने स्वास्थ्य तंत्र को पूरी तरह जर्जर बना दिया है। आज सरकारी अस्पतालों में ना डॉक्टर हैं और ना ही सुविधाएं। यही वजह है कि आयुषमान जैसी योजनाएं चलाकर लोगों को प्राइवेट अस्पतालों के हवाले किया गया। लेकिन अब ये सरकार उस योजना को भी सलीके से नहीं चला पा रही।
वहीं हुड्डा ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश में 1 नया स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, 6 नए मेडिकल कॉलेज, (करनाल, मेवात, खानपुर, महेंद्रगढ़, भिवानी, फरीदाबाद), एम्स-2 व नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट बाढ़सा जैसे संस्थान स्थापित हुए। एम्स-2 में 10 राष्ट्रीय सुपर स्पेशियलिटी संस्थान भी मंजूर करवाए गए थे। साथ ही कांग्रेस ने ही 641 नए ग्रामीण अस्पताल, सीपीसी व पीएचसी बनवाए थे। जबकि बीजेपी इन संस्थानों में स्टाफ व सुविधाएं तक देने में नाकाम साबित हुई।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)