Edited By Isha, Updated: 27 Oct, 2019 02:03 PM
जिले में बिना किराया सूची वाले ऑटो चालक सवारियों के साथ किराये के नाम पर लूट कर रहे हैं। हर रोज सैंकड़ों ऐसी सवारियों से अधिक पैसे लिए जा रहे हैं। ऑटो रिक्शा यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष विजय
जींद (ललित): जिले में बिना किराया सूची वाले ऑटो चालक सवारियों के साथ किराये के नाम पर लूट कर रहे हैं। हर रोज सैंकड़ों ऐसी सवारियों से अधिक पैसे लिए जा रहे हैं। ऑटो रिक्शा यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष विजय दलाल ने कहा कि उन्होंने केवल उन्हीं ऑटो चालकों को किराया सूची दी है, जिनके कागजात पूरे हैं।
इस मामले में डी.एस.पी. चंद्रभान ने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति मामले की शिकायत उनसे करता है तो तुरंत ऑटो चालक के खिलाफ कार्रवाई होगी। जींद में इस समय हर रोज 1500 से अधिक ऑटो सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इनमें से आधे से अधिक ऑटो चालकों के पास किराया सूची नहीं है। पिछले साल 25 सितम्बर से ऑटो रिक्शा यूनियन ने जींद शहर में डीजल बढ़ौतरी को देखते हुए ऑटो का किराया बदल दिया है।
कुछ स्थान ऐसे चयनित किए गए हैं, जहां पर किराया 15 रुपए निर्धारित किया गया है तो कुछ स्थान ऐसे निर्धारित किए गए हैं, जहां पर ऑटो का किराया 10 रुपए ही रखा गया है। ऑटो चालक बाहर से आने वाले लोगों से 15 रुपए प्रति सवारी वसूल रहे हैं। जिले के लोगों को तो किराया बढ़ौतरी का थोड़ा बहुत ज्ञान है लेकिन बहुत से ऑटो चालक अब भी ऐसे हैं, जो सवारी से पटियाला चौक से राजकीय पी.जी. कालेज तक के 15 रुपए ले रहे हैं। हालांकि ऑटो रिक्शा यूनियन ने रेलवे स्टेशन से राजकीय महिला कालेज तक ऑटो का किराया 10 रुपए ही रखा है। इसके पीछे यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष विजय दलाल का कहना था कि इस रेलवे स्टेशन से भारी संख्या में छात्र कालेज तक आते हैं, ऐसे में इस रूट पर किराया बढ़ाना सही नहीं है। हर वर्ग की सुविधा को देखते हुए किराया निर्धारित किया गया था।