Edited By Saurabh Pal, Updated: 14 Apr, 2024 05:29 PM
हरियाणा पुलिस प्रशासन का रवैया अब जनता के लिए मुसीबत बन गई है। प्रदेश में बढ़ते अपराधों को रोकने में नकाम पुलिस का कहर अब आम जनता पर बरस रहा है, कम-कम से पानीपत की घटना देखकर तो यही लगता है...
पानीपत( सचिन शर्मा): हरियाणा पुलिस प्रशासन का रवैया अब जनता के लिए मुसीबत बन गई है। प्रदेश में बढ़ते अपराधों को रोकने में नकाम पुलिस का कहर अब आम जनता पर बरस रहा है, कम-कम से पानीपत की घटना देखकर तो यही लगता है। दरअसल मामला बीते 7 अप्रैल रविवार के दिन देर शाम लाल बत्ती चौक का है, जहां ऑटो चालक और पुलिस के बीच सवारियों को उतारने और चढ़ाने को लेकर बहस बाजी हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने ऑटो का चालान कर दिया था। जिससे परेशान होकर ऑटो चालक ने कुछ दूरी पर जाकर अपने ऊपर डीजल डालकर सड़क पर आत्मदाह करने की कोशिश की थी। इस दौरान अकरम बुरी तरह से झुलस गया था।
इसके बाद अकरम को आनन-फानन में सिविल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे रोहतक पीजीआई में रेफर कर दिया। लेकिन अकरम को कुछ आराम नहीं मिला और तबियत बिगड़ती ही चली गई। जिसके बाद परिजनों ने अकरम को बरेली के एक निजी अस्पताल में ले जाने का फैसला लिया। इस दौरान रास्त में ही अकरम ने दम तोड़ दिया। इसके के बाद परिजन उसके शव को पानीपत लेकर पहुंचे। मामले में पुलिस ने परिजनों के बयान मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए शव ग्रह में रखवाया है।
पुलिस पर आरोप लगाते हुए अकरम के परिजनों ने बताया कि उसको पुलिस ने बहुत पीटा था। जिससे आहत होकर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। अकरम के परिजनों ने बताया कि अकरम पर काफी कर्ज है और ऑटो भी किस्त पर चल रहा था। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं अब उनका पानल पोषण कैसे होगा। अकरम की पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। वह हाथ जोड़कर इंसाफ की गुहार लगा रही है।वह अपने घर में अकेला कमाने वाला था। वहीं सिटी थाना एसएचओ ने जानकारी देते हुए बताया शव को पानीपत के सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है। परिजनों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)