Edited By Yakeen Kumar, Updated: 03 Jan, 2025 05:50 PM
पानीपत शहर की 8 मरला चौकी में तैनात हेड कांस्टेबल अभिमन्यु की प्रताड़ना व रिश्वत की मांग से तंग आकर युवक द्वारा चौकी के ही बाहर जहर पीकर आत्महत्या करने के मामले में एक बड़ा सबूत सामने आया है।
पानीपत (सचिन शर्मा) : पानीपत शहर की 8 मरला चौकी में तैनात हेड कांस्टेबल अभिमन्यु की प्रताड़ना व रिश्वत की मांग से तंग आकर युवक द्वारा चौकी के ही बाहर जहर पीकर आत्महत्या करने के मामले में एक बड़ा सबूत सामने आया है। परिवार वालों ने मीडिया को एक ऑडियो क्लिप दी है। जिसमें प्रताड़ना के सबूत हैं।
इस ऑडियो क्लिप में सुसाइड से पहले मृतक गुरमीत और हेड कांस्टेबल के बीच हुई बातचीत की है। जिसमें दोनों आपस में बात कर रहे हैं। हालांकि पंजाब केसरी इश ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।
परिवार का दावा है कि ऑडियो में गुरमीत बार-बार कह रहा है कि "सर जी, मेरे पास पैसे नहीं हैं। मैं फोन बेच कर आपके पैसे दूंगा", लेकिन पुलिसकर्मी उसे धमकाता हुआ कह रहा है कि तेरे खिलाफ पर्चा दर्ज करूंगा।
उपचार के दौरान हुई थी मौत
पैसों का बंदोबस्त न होने के चलते गुरमीत ने 26 दिसंबर को चौकी के बाहर ही जहर पी लिया। 31 दिसंबर को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने दादा की शिकायत के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मी समेत 3 के खिलाफ कई बड़ी धाराओं में केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। जिसके बाद परिजनों ने भी आरोपियों की गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश न करने तक पोस्टमॉर्टम करवाने व शव लेने से इनकार कर दिया है। जबकि SP ने परिजनों को कहा कि जांच शुरू कर दी है, तथ्यों के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
पोते ने पहली बार लिया था टच फोन
गुरमीत के दादा मामन राम ने बताया कि गुरमीत (24) तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वह ट्यूबवैल मोटर मैकेनिक था। उसने जिंदगी में पहली ही बार टच फोन लिया था। यह फोन करीब 7 माह पहले सेकेंड हैंड 4 हजार रुपए में लिया था। इसी वजह से उसे अब इस फोन को बेचने में दिक्कत आ रही थी। अगर यह फोन उसका बिक गया होता, तो वह कॉन्सेटबल अभिमन्यु को रिश्वत दे देता।
दोस्त को भेजी थी ऑडियो रिकॉर्डिंग
मामन राम ने कहा कि 26 दिसंबर की दोपहर को गुरमीत ने अपने दोस्त के पास फोन किया। जिसको कहा कि उसने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग वॉट्सऐप पर भेजी है। वह पुलिसवाले की धमकी से परेशान हो गया है। इसलिए वह जहर पी रहा है। दोस्त ने तुरंत चचेरे भाई सूरज को फोन कर इस बारे में बताया। इसके बाद गुरमीत ने सूरज को भी फोन किया और कहा कि उसने जहर पी लिया है
ऑडियो में गुरमीत और अभिमन्यु की बातचीत
अभिमन्यु : हैलो
गुरमीत : हैलो
अभिमन्यु : हां भाई।
गुरमीत : मेरे धौरे पैसे नहीं हैं जी, सर मैं आपके पैसे फोन बेच के दे दूंगा, हमारा राजीनामा तो हो गया है।
अभिमन्यु - मैंनें तो तुझे कुछ कहा ही नहीं।
गुरमीत : हैं जी?
अभिमन्यु : मैंने कुछ नहीं कहा तुझे, सुरेश क्या कह गया था तुझे ? फिर इस पर कोई साइन तो कर जा।
गुरमीत : साइन तो कर दूंगा, सर जी मेरी बात सुनो, मैं पैसे आने के बाद आपके पैसे दे दूंगा जी।
अभिमन्यु : बकवास ना कर ठीक है। आना हो तो आजा, नहीं तेरे खिलाफ पर्चा दूंगा।
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