Edited By Yakeen Kumar, Updated: 23 May, 2025 08:15 PM

हरियाणा में मुख्यमंत्री के रूप में सबका साथ-सबका विकास के नारे को चरितार्थ करने वाले मनोहर लाल खट्टर अब केंद्रीय मंत्री के रूप में भी अपने इसी मूलमंत्र को धरातल पर लागू करते हुए नजर आ रहे हैं।
चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा में मुख्यमंत्री के रूप में सबका साथ-सबका विकास के नारे को चरितार्थ करने वाले मनोहर लाल खट्टर अब केंद्रीय मंत्री के रूप में भी अपने इसी मूलमंत्र को धरातल पर लागू करते हुए नजर आ रहे हैं। पिछले करीब 11 माह से वे न केवल फील्ड पर पूरी तरह से एक्टिव मोड में हैं अपितु इस दौरान भारत के अधिकांश राज्यों में सिलसिलेवार वहां के मुख्यमंत्रियों और संबंधित मंत्रियों व अधिकारियों के साथ बैठकें कर विकासकारी योजनाओं के प्रारुप को अमलीजामा पहना रहे हैं। ब्राजील में हुए ब्रिक्स सम्मेलन से स्वदेश लौटने के बाद अब फिर से खट्टर ने अपने विभागों की परियोजनाओं के संबंध में भारत के राज्यों पर फोकस कर लिया है।
इसी के तहत वे शुक्रवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में पहुंचे जहां उन्होंने कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की और विकास के विभिन्न पहलुओं को लेकर समीक्षा बैठक भी की। इसके अलावा बीते दिवस उन्होंने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से भी मिलकर राज्य के विकास कार्यांे एवं परियोजनाओं को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए चर्चा की। अहम बात ये है कि कर्नाटक और हिमाचल में कांग्रेस की सरकारें हैं मगर मनोहर लाल खट्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत विजन-2047 के दृष्टिगत पूरे भारत में विकास की नई पठकथा लिखने के लिहाज से देश के हर राज्य में समान रूप से विकास को बढ़ावा देने और मोदी विजन को साकार करते हुए नजर आ रहे हैं और भाजपा के साथ साथ गैर भाजपा शासित राज्यों में भी एक समान विकास को तरजीह दे रहे हैं।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि बेशक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में लालकिले की प्राचीर से पूरे देश में सबका साथ-सबका विकास का नारा दिया था मगर मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री के रूप में मोदी के इसी मूल मंत्र को हरियाणा में लागू कर नई परिभाषा को जन्म दिया था। पर्यवेक्षकों के अनुसार इस दिशा में खट्टर ने ऐसे प्रयोगों को अंजाम दिया जिससे न केवल हरियाणावासियों को लाभ मिला बल्कि प्रदेश ने देश के तमाम राज्यों के समक्ष बड़े उदाहरण भी प्रस्तुत किए। अब खट्टर ने केंद्रीय मंत्री के रूप में अपने इसी ‘अंदाज’ के तहत विकास पर फोकस किया हुआ है।
कर्नाटक और हिमाचल में खुलेंगे विकास के नए द्वार: खट्टर
गौरतलब है कि केंद्रीय ऊर्जा, शहरी आवास एवं विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंत्रीपद का दायित्व संभालने के साथ ही देश के राज्यों में समीक्षा बैठकें करने का सिलसिला तेज कर दिया था जो करीब 11 माह से जारी है। इस दौरान वे बीते अप्रैल माह नेपाल गए तो वहां देशहित में कई परियोजनाओं के संदर्भ में दोनों देशों के बीच एम.ओ.यू. साइन करके लौटे। अब हाल ही में वे अपने 2 दिवसीय प्रवास के तहत ब्राजील के ब्रासीलिया में आयोजित ब्रिक्स के ऊर्जा सम्मेलन में पहुंचे जहां उन्होंने भारत में ऊर्जा के क्षेत्र में अपनाई जा रही तकनीकों का बड़ी मजबूती से पक्ष रखा। यहां से लौटते ही खट्टर ने पुन: देश के राज्यों पर फोकस करते हुए शुक्रवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में एक अहम बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से भी चर्चा की और इस चर्चा के दौरान विकास को लेकर विभिन्न मुद्दों पर हुई बातचीत के दौरान ये दावा किया कि केंद्र सरकार की विकासकारी नीतियों से कर्नाटक में विकास के नए द्वार खुलेंगे। कर्नाटक में हुई इस समीक्षा बैठक के संदर्भ में खट्टर ने एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि ‘आज बेंगलुरु में कर्नाटक राज्य के शहरी विकास एवं ऊर्जा क्षेत्र की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान बेंगलुरु मैट्रो के विभिन्न चरणों, लिगेसी वेस्ट के उपचार, जल पुन: उपयोग, ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमैंट व स्मार्ट मीटर जैसी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में प्रदेश को कैपिटल इन्वेस्टमैंट हेतु विशेष सहायता योजना (एस.एस.ए.एस.सी.आई) 2025-26 के तहत विशेष सहायता का लाभ उठाने हेतु आवश्यक सुधार करने के सुझाव दिए’। खट्टर ने कहा कि केंद्र सरकार कर्नाटक के सर्वांगीण विकास के लिए हरसंभव सहयोग हेतु प्रतिबद्ध है।
यहां ये भी उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने अप्रैल माह में नई दिल्ली स्थित केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास पर पर भी उनसे मुलाकात की थी और विकास कार्यांे को लेकर चर्चा हुई थी। गुरुवार को हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री खट्टर के आवास पर पहुंचे और प्रदेश के पावर प्रोजैक्ट्स और शहरी विकास की योजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस मुलाकात के दौरान खट्टर ने सुक्खू को कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रदेश के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ कर नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण बुनियादी सुविधाएं उलपब्ध कराने एवं उनके जीवन स्तर में सुधार हेतु प्रतिबद्ध है और हिमाचल में भी विकास के लिए नए द्वार खोले जाएंगे। इनके अलावा सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग भी केंद्रीय मंत्री खट्टर से मिलने उनके नई दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे। इस दौरान विविध विषयों पर सार्थक चर्चा हुई।
डीके शिवकुमार और सुक्खू ने बैठक को बताया सार्थक
कर्नाटक राज्य के विकास की नीतियों एवं परियोजनाओं के संदर्भ में बेंगलुरु में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ हुई समीक्षा बैठक के संदर्भ में कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि ‘आज बेंगलुरु में ऊर्जा एवं आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात हुई। हमने बेंगलुरु और राज्य के लिए शहरी विकास और बिजली की पहल पर केंद्रित कई प्रमुख परियोजनाओं पर सार्थक चर्चा की। इसी प्रकार नई दिल्ली स्थित केंद्रीय मंत्री खट्टर के आवास पर हुई मुलाकात को लेकर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपनी पोस्ट में कहा कि ‘नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भेंट कर हिमाचल प्रदेश के हितों से जुड़े कई अहम मुद्दों पर सार्थक चर्चा की। इस दौरान, केंद्रीय मंत्री से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसयू) द्वारा संचालित जलविद्युत परियोजनाओं में राज्य की नि:शुल्क विद्युत हिस्सेदारी बढ़ाने का आग्रह किया। इस अवसर पर बी.बी.एम.बी में हिमाचल प्रदेश से एक स्थायी सदस्य की नियुक्ति की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, बैरा-स्यूल परियोजना को हिमाचल प्रदेश को सौंपने और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) से बकाया राशि जारी करने का आग्रह किया।