Edited By vinod kumar, Updated: 11 Jan, 2021 04:07 PM

इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को ई-मेल कर विधायक पद से अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरह की परिस्थितियां बनाई हैं उन्हें...
चंडीगढ़ (धरणी): इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को ई-मेल कर विधायक पद से अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरह की परिस्थितियां बनाई हैं उन्हें देखते हुए ऐसा लगता है कि विधानसभा के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में मैं कोई ऐसी भूमिका नहीं निभा सकता हूं, जिससे किसानों के हितों की रक्षा की जा सके। एक संवेदनहीन विधानसभा में मेरी मौजदूगी कोई महत्व नहीं रखती। इन सभी हालातों को देखते हुए यदि भारत सरकार इन तीन काले कानूनों को 26 जनवरी तक वापस नहीं लेती तो इस पत्र को विधानसभा से मेरा त्याग पत्र समझा जाए।

उन्होंने कहा कि चौधरी देवी लाल ने हमेशा किसानों के लिए संघर्ष किया, आज वही परिस्थितियां देश-प्रदेश में फिर से खड़ी हो गई हैं। किसानों पर आए इस संकट की घड़ी में उनका यह दायित्व बनता है कि वो हर संभव प्रयास करें कि किसानों के भविष्य और अस्तित्व पर आए खतरे को टाला जा सके। अभय ने कहा कि केंद्र की सरकार ने असंवैधानिक व अलोकतांत्रिक तरीके से तीन काले कृषि कानून किसानों पर थोंप दिए हैं जिसका विरोध देशभर में हो रहा है।

अभय ने कहा कि इन कृषि कानूनों का विरोध और आंदोलन को अब तक 47 से अधिक दिन हो गए हैं और कड़ाके की ठण्ड में लाखों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। अब तक भीषण ठण्ड के कारण साठ से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। केंद्र की सरकार किसान संगठनों से आठ दौर की वार्ता कर चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार ने इन काले कानूनों को वापिस लेने बारे कोई सहमति नहीं दिखाई है।