Edited By Shivam, Updated: 05 Oct, 2019 05:22 PM
शनिवार को नामांकन पत्रों की छंटनी के दौरान बरवाला विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अनूप सिंह चानौत का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। इसका कारण नामांकन दाखिल करने हेतु जरूरी दस प्रस्तावकों की जगह कम प्रस्तावकों की जानकारी देना बताया गया है।...
हिसार (ब्यूरो): शनिवार को नामांकन पत्रों की छंटनी के दौरान बरवाला विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अनूप सिंह चानौत का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। इसका कारण नामांकन दाखिल करने हेतु जरूरी दस प्रस्तावकों की जगह कम प्रस्तावकों की जानकारी देना बताया गया है। इस विषय पर बोलते हुए चानौत ने कहा कि एसडीएम ने सरकार के दबाव में आकर ये नामांकन खारिज किया है।
चानौत ने कहा कि बरवाला में आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ बीजेपी का सिरदर्द बनी हुई थी। नामांकन दाखिल करते वक्त हमें सिर्फ चार प्रस्तावक जरूरी बताए गए थे। उसके बाद अगले दिन एसडीएम कार्यालय से कुछ कमियां बताई गई थी जो हमने तुरंत पूरी कर दी थी। लेकिन उस वक्त भी प्रस्तावकों की कमी का कोई जिक्र नहीं किया गया। ज़ब हम चुनाव लड़ रहे हैं और हल्के में हमारे हजारों कार्यकर्ता है तो हमारे लिए दस प्रस्तावक कोई बड़ी बात नहीं थी।
मीडिया समन्वयक पीयूष बूरा ने कहा कि आज आदमी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन ख़ारिज नहीं हुआ है बल्कि हल्के की हल्के के किसान, मजदूर, युवा, पीड़ित, शोषितों की आवाज पर कुठाराघात किया गया है। उन्होंने कहा कि रोड़ शो से प्रचार की धमाकेदार शुरुआत करने के बाद अनूप चानौत को मिल रहे भारी जनसमर्थन से विरोधियों की नींद उड़ी हुई थी। अनूप सिंह बरवाला बाजार और कई गांव में डोर टू डोर भी पूरा कर चुके थे और जनता के लिए मजबूत विकल्प बन चुके थे।
पिछले 14 वर्षों से अपने बेटे के अपहरण की सीबीआई जांच पर अड़े कश्मीरी लाल चोपड़ा ने कहा कि डेढ़ दशक के बाद कुछ ऐसे लोग मिले थे, जो मेरे जैसे पीड़ितों का सहारा बन सकते थे, लेकिन सरकार को ये भी मंजूर नहीं हुआ और साजिश एवं दुर्भावना के चलते एक क्रांतिकारी साथी को अपनी बलि का बकरा बना दिया। अनूप चानौत के नामांकन रद्द होने की खबर से हरियाणा के सभी कार्यकर्ताओं और आमजन में मायूसी छा गई।