Edited By Deepak Paul, Updated: 23 Sep, 2018 06:07 PM
बिजली निगम के लिए काम करने वाली निजी फर्म द्वारा गड़बड़ी करने का मामला सामने अाया है, जिसमं कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने अा रही है। ये मामला फर्म के फर्जी बिलों पर करोड़ों रुपए निगम से निकलवाने का है। शिकयत सीएमडी तक पहुंची तो मामले...
चंडीगढ़(ब्यूरो): बिजली निगम के लिए काम करने वाली निजी फर्म द्वारा गड़बड़ी करने का मामला सामने अाया है, जिसमं कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने अा रही है। ये मामला फर्म के फर्जी बिलों पर करोड़ों रुपए निगम से निकलवाने का है। शिकयत सीएमडी तक पहुंची तो मामले की जांच करवाई गई, जिसमें सामने अाया कि फर्म को जो 33 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, उसमें 9 करोड़ 37 करोड़ रुपए तो वह फर्जी बिल से ले गया।
निगम ने एक व्यक्ति द्वारा संचालित दो फर्म दुहन इलेक्ट्रिकल बोर्ड हिसार और दुहन इलेक्ट्रिकल वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ हिसार में 2 और जींद व पलवल में एक-एक एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन तब तक इनको संचालित करने वाला फरार हो गया। निगम की ओर से अब पुलिस से सिफारिश की है कि उसे पीओ घोषित कराकर प्रॉपर्टी अटैच कराई जाए। हालांकि निगम ने उसकी सिक्योरिटी और बैंक गारंटी जब्त कर ली है। मामले में संबंधित एक्सईएन, एसडीओ, फाइनेंस एडवाइजर समेत कई अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। हालाकि अभी तक फर्म मालिक पकड़ में नहीं अाया है।