Edited By Manisha rana, Updated: 30 Jan, 2025 01:30 PM
हरियाणा कांग्रेस में एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया द्वारा 28 जनवरी को जारी की गई जिला प्रभारियों की नई सूची ने पार्टी में बवाल मचा दिया है।
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : हरियाणा कांग्रेस में एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया द्वारा 28 जनवरी को जारी की गई जिला प्रभारियों की नई सूची ने पार्टी में बवाल मचा दिया है। विवाद का कारण है कैथल के दो ऐसे नेताओं को अहम जिम्मेदारी दिया जाना, जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ बगावत की थी।
सूची में सतबीर भाना को कैथल का सह-संयोजक बनाया गया है, जिन्होंने पुंडरी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुल्तान जड़ौला के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा था। भाना चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे और इस बगावत के कारण उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। इसी तरह सतविंदर राणा को भिवानी जिले का सह-प्रभारी बनाया गया है। राणा ने कांग्रेस छोड़कर जननायक जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कलायत सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विकास सहारण के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा था। यह विवाद तब और गहरा गया जब यह सामने आया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान द्वारा जारी की गई संशोधित सूची को बावरिया ने रोककर अपनी नई सूची जारी की। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। पार्टी में पहले से मौजूद गुटबाजी के बीच बागी नेताओं को महत्वपूर्ण पद देने से आंतरिक कलह और बढ़ने की आशंका है।
सतबीर भाना ने जताया था ऐतराज
जब सूची में अपना नाम आने की जानकारी मिली तो सतबीर भाना ने इसका खुलकर विरोध किया। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए लिखा "मेरा स्पष्ट संदेश: कांग्रेस से कोई संबंध नहीं! विधानसभा चुनावों के दौरान ही मैंने कांग्रेस की सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था। इसके बावजूद मेरा नाम सूची में शामिल करना हास्यास्पद है। हरियाणा प्रभारी दीपक बावरिया से आग्रह है कि मुझे इस पद से तुरंत मुक्त किया जाए।
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