Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 21 Apr, 2023 07:21 PM

तरुण राज अरोड़ा की इस किताब के लिए विधायक राजेश ऋषि, एंकर ऋचा अनिरुद्ध, लेखक प्रबुद्ध सौरभ समेत सभी मौजूद लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध संचालिका योगिता सिंह ने किया।
गुडगांव ब्यूरो: सुप्रसिद्ध न्यूज़ एंकर ऋचा अनिरुद्ध ने मोटिवेशनल स्पीकर व सीरियल उद्यमी तरुण राज अरोड़ा (Motivational Speaker and Serial Entrepreneur Tarun Raj Arora) की किताब 'हार के उस पार' (Haar Ke Us Paar) को लेकर विस्तृत चर्चा की। मौक़ा था तरुण राज अरोड़ा की किताब 'हार के उस पार' के विमोचन का। यह कार्यक्रम दिल्ली के हयात होटल में 19 अप्रैल को सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में देश प्रतिष्ठित कलाकारों की उपस्थिति रही।
बिग फुट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित यह किताब 20 ऐसे सफल उद्यमियों की जीवनी पर चर्चा करती है जिन्होंने जीवन में कई बार असफलता का सामना किया है। प्रस्तुत किताब के लिए अनुसंधान का कार्य श्वेता शर्मा ने किया है तथा किताब का सम्पादन जाने माने लेखक व गीतकार प्रबुद्ध सौरभ ने किया है। एक नाविन्यपूर्ण विषय लेकर काम करने पर लेफ्टिनेंट जनरल के. जे. सिंह ने तरुण राज अरोड़ा को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
किताब के विमोचन समारोह की शुरुआत में इस किताब के लिए अनुसंधान का कार्य करने वाली श्वेता शर्मा ने अपने विचार प्रकट किये। उनका कहना है कि निश्चित रूप से यह किताब पाठकों के लिए अत्यंत उपयुक्त साबित होगी। इसके उपरान्त किताब के सम्पादक देश के प्रतिष्ठित लेखक व गीतकार प्रबुद्ध सौरभ ने इस किताब को लेकर अपने शायराना अंदाज़ में चर्चा की। अपनी पंक्तियों के माध्यम से उन्होंने सफलता और असफलता के विविध आयामों के विषय में चर्चा की। जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि भी इस कार्यक्रम में सपत्नीक शामिल हुए। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि दुनिया को सबसे अधिक मोटिवेशन की ज़रुरत अभी है और इस समय इस किताब का आना बिलकुल सटीक है।
प्रसिद्ध यूटूबर गौतम खट्टर भी इस समारोह में शामिल थे। भारतीय उद्यमियों की चेतना को जागृत करने का काम यह किताब करेगी ऐसा विश्वास उन्होंने अपने उद्बोधन में प्रकट किया। इस कार्यक्रम में बाल संत के रूप में प्रसिद्ध अभिनव अरोड़ा (Spiritual Orator Abhinav Arora) ने किताब को लेकर अपने अनोखे अंदाज़ में बात की। कुछ आध्यात्मिक कहानियों के माध्यम से सफलता व असफलता के सूत्रों पर उन्होंने अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में मनोरंजन का भार देश के प्रसिद्ध हास्य कलाकार विभोर चौधरी ने उठाया। अपनी हास्य व्यंग्य की कड़ियों के माध्यम से उन्होंने श्रोताओं को प्रेरित करने पर भी ध्यान दिया।
तरुण राज अरोड़ा ने किताब के अनोखे नाम तथा इस नवीनतम विषय के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि यहाँ हर व्यक्ति केवल और केवल सफतलता के विषय में बात कर रहा है। यदि आप फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर केवल दस मिनट भी समय बिताएं तो एक पोस्ट तो सफलता को लेकर मिल ही जायेगी लेकिन असफलता पर कोई बात नहीं होती। इस विषय पर और ज़ोर डालते हुए तरुण ने कहा कि सफलता एक ऐसी इमारत है जो असफलता की ईंटों पर खड़ी है। उन्हें बार बार ये लगता रहा है कि असफलता पर कोई चर्चा नहीं करता और इसलिए उन्होंने असफलता जैसा लगभग त्याज्य विषय अपने लेखन के लिए चुना।
तरुण राज अरोड़ा ने ऋचा अनिरुद्ध से बातचीत के दौरान यह स्पष्ट किया कि अच्छा बुरा या काला सफेद जैसा कुछ नहीं होता। सफलता या असफलता दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। किताब के लेखन विषयक चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि इस किताब को लिखने में उन्हें छह महीने से अधिक का समय लगा। इस समय में विविध क्षेत्रों के सफल उद्यमियों की जीवनी का उन्होंने ज़िक्र किया। किताब की रूपरेखा को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि इस किताब में 20 उद्यमियों की जीवनी, उनकी सफलतायें तथा विफलताओं के साथ साथ इन विफलताओं से सीखने के क्रम पर भी विस्तृत विमर्श किया गया है।
यह किताब तरुण राज अरोड़ा ने अपने पिता देहदानी मुल्क राज अरोड़ा (Body Donor Mulak Raj Arora) को समर्पित की है। तरुण राज अरोड़ा का यह मानना है कि इस किताब के माध्यम से जब लोगों के जीवन में परिवर्तन आना शुरू होगा उस समय इस किताब की सच्ची सार्थकता सिद्ध होगी। उनका मानना है की किताब का उद्देश्य तब पूरा होगा जब किताब का आखरी पन्ना पढ़ने के बाद पाठक इन पाठों को जीवन में उतार सकें। तरुण राज अरोड़ा की इस किताब के लिए विधायक राजेश ऋषि, एंकर ऋचा अनिरुद्ध, लेखक प्रबुद्ध सौरभ समेत सभी मौजूद लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध संचालिका योगिता सिंह ने किया।