Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 22 May, 2025 07:30 PM

नगर निगम गुरुग्राम मानसून से पूर्व जल निकासी व संचयन के पुख्ता प्रबंध करने जुटा हुआ है। इसके तहत एक ओर जहां बरसाती पानी के संचयन को लेकर गंभीर प्रयास तेज़ी से शुरू कर दिए हैं,
गुड़गांव, (ब्यूरो): नगर निगम गुरुग्राम मानसून से पूर्व जल निकासी व संचयन के पुख्ता प्रबंध करने जुटा हुआ है। इसके तहत एक ओर जहां बरसाती पानी के संचयन को लेकर गंभीर प्रयास तेज़ी से शुरू कर दिए हैं, वहीं दूसरी ओर ड्रेनेज व सीवरेज नेटवर्क की सफाई और मरम्मत का कार्य तेज गति से जारी है। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत सभी टीमें गंभीरता से कार्य कर रही हैं, ताकि शहर में जलभराव की समस्या से निपटा जा सके और बरसात के पानी का सही तरीके से संचयन किया जा सके।
निगम क्षेत्र में स्थित रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की सफाई और मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है। बागवानी शाखा की टीम पार्कों, मार्केट क्षेत्रों, सामुदायिक केंद्रों सहित अन्य स्थानों पर स्थित रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को फिर से कार्यशील बनाने में जुटी हुई है। इस पहल के अंतर्गत, निगम ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक पार्क, सार्वजनिक स्थल और अन्य जल संचयन योग्य स्थानों पर स्थित रेन वाटर हार्वेस्टिंग में पानी के संग्रहण की सुविधा पूरी तरह से दुरुस्त हो। नगर निगम क्षेत्र में 404 रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम हैं, जिनका रखरखाव कार्य निगम की बागवानी शाखा द्वारा किया जा रहा है।
निगम की इंजीनियरिंग टीमें भी सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। विभिन्न स्थानों पर स्थित ड्रेनेज और सीवरेज नेटवर्क की सफाई के साथ-साथ मरम्मत कार्यों की गति बढ़ाई गई है। विशेष रूप से, लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ड्रेनेज स्लैब और सीवरेज मैनहोल के ढक्कन की मरम्मत की जा रही है, ताकि बरसात के पानी का प्रवाह सही तरीके से हो सके और जलभराव की समस्या से बचा जा सके। इस कार्य में विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि सीवरेज नेटवर्क पूरी तरह से साफ और दुरुस्त रहे, जिससे किसी भी प्रकार के अवरोध या जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो। निगमायुक्त प्रदीप दहिया के निर्देशों के बाद, सभी संयुक्त आयुक्त भी अपने-अपने जोन में जलभराव संभावित स्थानों का निरीक्षण कर रहे हैं।
यह निरीक्षण सुनिश्चित करता है कि जिन स्थानों पर जलभराव की संभावना हो, वहां पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। साथ ही, नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी इन कार्यों की फील्ड में निगरानी भी कर रहे हैं, ताकि किसी भी कार्य में देरी या कोई भी समस्या न हो। निगम के द्वारा उठाए जा रहे इन कदमों से गुरुग्राम में जल संचयन के प्रयासों में महत्वपूर्ण सुधार होने की उम्मीद है।