Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 09 May, 2025 06:22 PM

भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर हुई टेंशन से एक तरफ जहां पूरा देश हाई अलर्ट पर है। वहीं, हर राज्य और हर शहर अपनी-अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रहा है। हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए अब गुड़गांव का नागरिक अस्पताल भी तैयार हो गया है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर हुई टेंशन से एक तरफ जहां पूरा देश हाई अलर्ट पर है। वहीं, हर राज्य और हर शहर अपनी-अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रहा है। हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए अब गुड़गांव का नागरिक अस्पताल भी तैयार हो गया है। इसके लिए अस्पताल में न केवल अलग जोन और वार्ड बनाए गए हैं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में लगे स्टाफ की ड्यूटियां भी बदल दी गई हैं। स्टाफ की छुट्टियां रद्द करने के साथ ही उन्हें हर वक्त तैयार रहने के लिए कहा गया है। उधर, दूसरे राज्यों को भी गुड़गांव की तर्ज पर अपने जिले व शहर में तैयारियां करने की भी सलाह दी गई है।
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दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली से सटा होने के कारण गुड़गांव को संवेदनशील जिला माना जा रहा है। ऐसे में यहां हर तरह की तैयारियां करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर दिया गया है। आला अधिकारियों ने निर्देश दिए हैं कि कोई भी स्वास्थ्य कर्मचारी, डॉक्टर व अन्य स्टाफ किसी भी तरह से छुट्टी नहीं करेगा। अस्पताल में ग्रीन, येलो, रेड और ब्लैक जोन बना दिया गया है। ग्रीन जोन में प्राथमिक उपचार के मरीजों को रखने की व्यवस्था की जाएगी जबकि येलो जोन में उन मरीजों को रखा जाएगा जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज तो किया जाना है, लेकिन उन्हें डॉक्टरों की अधिक ऑब्जर्वेशन में रखे जाने की आवश्यकता नहीं है। वहीं रैड जोन सेंसेटिव जोन है। इसमें आने वाले मरीजों को 24 घंटे डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा। इसके अलावा विभाग की तरफ से बर्न वार्ड भी अलग से बनाया गया है। जनरल वार्ड में 25 प्रतिशत बैड को आपात स्थिति के लिए रिजर्व करने के साथ ही आवश्यक दवाओं के स्टॉक को 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। वहीं, 50 प्रतिशत दवाओं के स्टॉक को बैकअप के लिए रखा गया है।
वहीं, आज इन तैयारियों को देखने के लिए पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के 32 डॉक्टरों की टीम भी यहां पहुंची। यह सभी डॉक्टर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रशिक्षण लेने के लिए आए थे जिन्हें अस्पताल का दौरा कराया गया और बताया गया कि किस तरह से अस्पताल में आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां की गई हैं। इस तैयारियों को जानने के बाद यह सभी डॉक्टर अपने-अपने जिलों में जाकर इस तरह की तैयारियां भी करेंगे।