Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 17 May, 2025 06:53 PM

जिले के सदर थाना नूंह क्षेत्र से पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 23 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी एक स्थानीय गांव में स्थित ईंट भट्टे पर मजदूरी का काम कर रहे थे।
नूंह, (ब्यूरो): जिले के सदर थाना नूंह क्षेत्र से पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 23 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी एक स्थानीय गांव में स्थित ईंट भट्टे पर मजदूरी का काम कर रहे थे। पुलिस अधीक्षक नूंह राजेश कुमार के निर्देशानुसार जिला नूंह में अपराधों पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के क्रम में शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें गांव बाजडका के बिहारी ईंट भट्टे से पकड़े गए सभी लोग बिना वैध दस्तावेजों के जिले में रह रहे थे। पुलिस के अनुसार इन बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और यह पता लगाया जा रहा है कि ये लोग कब और कैसे अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए। जिले में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। पुलिस ने स्थानीय ईंट भट्टा मालिकों और अन्य व्यवसायियों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से कराएं। पकड़े गए बांग्लादेशियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
क्या बोले भट्ठा मुनीम:
बिहारी ईंट भट्ठा मुनीम संजय ने पत्रकारों को बताया कि करीब सप्ताह भर पहले यह मजदूर यहां आए थे। उनके मुताबिक इन मजदूरों को बंगाली बताया गया था। जब अचानक पुलिस शुक्रवार को उनके ईंट भट्ठे पर पहुंची तो उन्हें पता चला कि यह सभी बांग्लादेश से कई साल पहले गलत तरीके से सीमा पार करके आए थे। संजय मुनीम ने बताया कि उन्होंने इन मजदूरों को 80 हजार रुपए मजदूरी की एवज में एडवांस में दिए थे।
अब पुलिस के द्वारा मजदूरों को रेस्क्यू करने से उन्हें काफी झटका लगा है। उन्होंने इन मजदूरों के लिए झुग्गी बनाने में भी हजारों रुपए खर्च किए थे। सबसे खास बात यह है उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि बहुत से ईंट भट्ठों के नाम से मजदूर काम कर रहे हैं। अगर पुलिस जांच की जाए तो उनमें भी बांग्लादेशी मजदूर पाए जा सकते हैं।